AI kya hai (Hindi) - AI के प्रकार और AI का जनक कौन है?

एआई (AI) क्या है? AI के प्रकार और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनक कौन है?

artificial intelligence kya hai

यहा जानिए एआई से संबंधित संपूर्ण जानकारी जैसे – AI kya hai? एआई के विभिन्न प्रकार, इसकी विशेषताएं, उदाहरण और इसके अनुप्रयोग क्या-क्या हैं? साथ ही जानिए AI की हिस्टरी और इसके जनक कौन हैं?

पिछले कुछ दशकों में तकनीकी उद्योग ने बहुत सारे नए आविष्कार देखने को मिले हैं। एआई तकनीक एक ऐसा क्षेत्र है जिसने हमारे दैनिक जीवन को काफी प्रभावित किया है। हमारे जीवन का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जिसे एआई ने छुआ नहीं है, चाहे वह नौकरियों को स्वचालित करना हो या Apple Siri जैसे डिजिटल असिस्टेंट या हाल ही में लोन्च हुए चैटजीपीटी, इन सभी का लोगो के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है।

Full Form of AI in Hindi

एआई (AI) का फुल फॉर्म “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence)” है जिसका हिन्दी में मतलब “कृत्रिम बुद्धिमत्ता या कृत्रिम होशियारी” होता है।

Definition/Meaning of Artificial Intelligence/AI in Hindi

तकनीकी का एक ऐसा उपाय जिसके ज़रिए एक कंप्‍यूटर या किसी डिवाइस को इंसान की बुद्धि की तरह काम करने या इंसान की नक़ल करने में सक्षम बनाया जा सके, उसे कृत्रिम/यांत्रिक बुद्धिमता (Artificial Intelligence) कहा जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब कंप्यूटर नियंत्रित रोबोट या सॉफ्टवेयर बनाने से है जो इंसान के मन की तरह बुद्धिमानी से काम करता है। एआई में इंसान के दिमाग़ के पैटर्न का अध्ययन और उसकी संज्ञानात्मक प्रक्रिया का संपूर्ण विश्लेषण करके नई तकनीक को विकसित किया जाता है।

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Artificial Intelligence AI Kya Hai – What is Artificial Intelligence/AI in Hindi

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या एआई कंप्यूटर साइन्स की एक ब्रांच है जिसमे कंप्यूटर, रोबोट, सॉफ्टवेर विकसित करना शामिल होता है और जिनका उपयोग ऐसे कार्यो को पूरा करने के लिए किया जाता है जिनमे मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है।

अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और संज्ञानात्मक वैज्ञानिक जॉन मैककार्थी के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) बुद्धिमान मशीन या बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने की साइन्स और इंजीनियरिंग है। यह मानव बुद्धि को समझने के लिए कंप्यूटर का उपयोग करने के समान कार्य से संबंधित है।

आसान शब्दो में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर सिस्टम द्वारा मानव व्यवहार का अनुकरण है जो एल्गोरिदम पर भरोसा करके मानव बुद्धि का अनुकरण करता है। हम ऐसा कह सकते हैं कि एआई कंप्यूटरों को इंसानों की तरह सोचने पर मजबूर करता है। आमतौर पर एआई के चार दृष्टिकोण होते हैं, जैसे –

  • मानवीय अभिनय (Acting like Human)
  • मानवीय सोच (Think like Human)
  • तर्कसंगत सोच (Rational Thinking)
  • तर्कसंगत अभिनय (Rational Acting)  

एआई वैज्ञानिक विभिन्न तरह के कंप्यूटर सिस्टम डिजाइन करते हैं जो इंसानों की तरह सोच सकते हैं और इंसानों की तरह काम कर सकते हैं। एआई सिस्टम सामान्य इंसानों की तरह ही तर्कसंगत रूप से सोचकर कार्य कर सकता है।

AI ke prakar – Types of Artificial Intelligence/AI in Hindi

एआई को दो श्रेणियों “क्षमता-आधारित एआई” और “कार्यक्षमता-आधारित एआई” में बांटा गया है, जो अन्य उपप्रकारों में विभाजित है, श्रेणियों के आधार पर एआई के प्रकार निम्नलिखित है:

क्षमता-आधारित एआई के प्रकार 

1. संकीर्ण एआई (Narrow AI)

इसे कमजोर एआई के रूप में भी जाना जाता है, ऐप्पल सिरी की तरह यह एक संकीर्ण कार्य करता है जो सीमित पूर्व-निर्धारित कार्य कर सकता है।

2. सामान्य एआई (General AI)

यह तकनीक बहुत मजबूत है और मनुष्य की तरह अधिक परिष्कृत कार्य कर सकती है। सुपरकंप्यूटर जनरल एआई का सबसे अच्छा उदाहरण हैं।

3. सुपर एआई (Super AI)

सुपर एआई मानव बुद्धि से बहुत परे है जो ऐसे कार्य कर सकता है जो मानवीय समझ से परे हैं। उदाहरण के लिए सुपर एआई सिस्टम सोच सकते हैं, इच्छा कर सकते हैं और भावनाओं, जरूरतों आदि को विकसित कर सकते हैं।

कार्यक्षमता आधारित एआई के प्रकार

1. प्रतिक्रियाशील मशीनें (Reactive Machines)

रिएक्टिव मशीन भविष्य की क्रियाओं को निर्धारित करने के लिए कोई डेटा, मेमोरी या कोई पिछला अनुभव संग्रहीत नहीं करती है। ये रीयल-टाइम डेटा पर काम करते हैं और इनकी केवल एक विशेष कार्यक्षेत्र में विशेषज्ञता होती है। उदाहरण के लिए आईबीएम की डीप ब्लू मशीन है जिसने शतरंज के ग्रैंडमास्टर गैरी कास्परोव को हराया था।

2. सीमित मेमोरी (Limited Memory)

ऐसी एआई मशीनें पिछला डेटा एकत्र करती हैं और इसे अपनी मेमोरी में जोड़ना जारी रखती हैं। उनके पास उचित निर्णय लेने के लिए पर्याप्त स्मृति या अनुभव होता है, लेकिन इनकी स्मृति न्यूनतम होती है। उदाहरण के लिए यह मशीन एकत्रित किए गए किसी जगह के डेटा के आधार पर एक रेस्तरां का सुझाव दे सकती है। एक सेल्फ-ड्राइविंग कार सीमित मेमोरी का उपयोग करती हैं।

3. मस्तिष्क का सिद्धांत (Theory of Mind)

यह एक बहुत ही उन्नत तकनीक है जो केवल एक अवधारणा के रूप में मौजूद है। थ्योरी ऑफ़ माइंड एआई के लिए लोगों और उनके द्वारा संचालित पर्यावरण के व्यापक ज्ञान की आवश्यकता होती है। इस तरह की एआई मशीन विचारों और भावनाओं को समझ सकती है, और साथ ही सामाजिक रूप से बातचीत भी कर सकती है। हालाँकि, इस प्रकार की एआई पर आधारित मशीन का निर्माण अभी बाकी है। 

4. आत्म जागरूकता (Self Awareness)

स्व-जागरूक मशीनें इन नई तकनीकों की फ्यूचर जेनरेशन हैं जो बुद्धिमान, संवेदनशील, जागरूक और इंसान से ज्यादा स्मार्ट होंगी। ऐसा कह सकते हैं कि यह केवल एक अवधारणा है जो काल्पनिक रूप से मौजूद है।

Open AI Kya Hai in Hindi

OpenAI एक अमेरिकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च लेबोरेटरी है, जिसमें गैर-लाभकारी OpenAI इनकॉर्पोरेट और इसकी लाभकारी सहायक कंपनी OpenAI Limited Partnership शामिल है।

OpenAI Artificial Intelligence को बढ़ावा देने और विकसित करने के इरादे से AI Research करता है। इस कंपनी की स्थापना एलोन मस्क, सैम ऑल्टमैन और अन्य ने 2015 में की थी और इसका मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को में है।

Bard AI Kya Hai in Hindi

बार्ड Google द्वारा विकसित एक संवादी जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है, जो बड़े भाषा मॉडल के LaMDA परिवार और बाद में PaLM LLM पर आधारित है।

बार्ड अब भारत सहित दुनिया भर के 180 से अधिक देशों में उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है, Google भविष्य में वेब पर खोज करने का एक नया तरीका दिखाने के लिए तैयार है।

AI ke udaharan upyog (Examples and Application of AI/Artificial Intelligence in Hindi)

हमारे दैनिक जीवन में एआई के कुछ बेहतरीन अनुप्रयोग है, जिसके उधारण निम्नलिखित हैं, जैसे –

1. सोशियल मीडीया – विभिन्न सोशल मीडिया कंपनी अपने प्लेटफॉर्मों से सभी तरह के हेट कॉंटेंट को हटाने के लिए बड़े पैमाने पर एआई तकनीक का उपयोग करती है।

2. हेल्थकेयर – एआई का उपयोग हेल्थकेयर उद्योग में रोगियों के चिकित्सा हिस्टरी के बारे में जानने और उसके अनुसार उपचार की योजना बनाने के लिए किया जाता है।

3. गेमिंग – नए गेम विकसित करने के लिए गेमिंग उद्योग में AI का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।

4. डिजिटल असिस्टेंट – Apple सिरी डिजिटल असिस्टेंट के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है।

5. ऑनलाइन पेमेंट – ऑनलाइन भुगतान प्रणाली वास्तविक ग्राहकों की पहचान करने और लेन-देन पूरा करते समय धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए एआई का उपयोग करती है।

6. टेक्स्ट एडिटर्स और ऑटोकरेक्ट – टेक्स्ट एडिटर्स और ऑटोकरेक्ट जैसे सॉफ्टवेर स्पेलिंग जाँच, त्रुटियाँ, कॉंटेंट चोरी, व्याकरण आदि जैसी सुविधाओं के साथ आते हैं। ये सभी आई के ही उदाहरण हैं।

7. चैटबॉट – चैटबॉट एआई सॉफ्टवेयर ही होते है जो ग्राहकों को प्रतिरूपित करने के लिए चैटबॉट्स को प्रशिक्षित करने के लिए प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी) का उपयोग करता है।

8. फेस रेकग्निशन – किसी फोन को अनलॉक करने के लिए फेस आईडी या हमारे चेहरे पर वर्चुअल फिल्टर का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में एआई के दो सामान्य उपयोग हैं।

9. गूगल मॅप्स – इस एप का एल्गोरिदम शहर में इमारतों और स्थलों की पहचान करने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करता है। एआई सटीक दूरी और किसी विशेष गंतव्य तक पहुंचने में लगने वाले समय के बारे में भी बताता है। एआई यूजर्स को जीपीस के मुकाबले काफी बेहतर अनुभव प्रदान करता है।

10. सर्च आंड रेकमेंडेशन एल्गोरिदम – उपयोगकर्ता वास्तव में क्या चाहते हैं, यह समझने के लिए खोज इंजन एल्गोरिदम बहुत सारे आई का उपयोग करते हैं। ये एल्गोरिदम उपयोगकर्ता के व्यवहार को समझने और अनुकूलित समाधान प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

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AI ke lakshan visheshta (Characteristics of AI/Artificial Intelligence in Hindi)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की विशेषताएँ निम्नलिखित है, जैसे –

  • प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (Natural Language Processing)

  • रोबोटिक (Robotics)

  • अनुभूति (Perception)

  • डेटा अंतर्ग्रहण (Data Ingestion)

  • क्वांटम कम्प्यूटिंग (Quantum Computing)

  • क्लाउड कम्प्यूटिंग (Cloud Computing)

  • फ़ीचर इंजीनियरिंग (Feature Engineering)

  • कृत्रिम तंत्रिका प्रसार (Artificial Neural Networks)

  • ध्यान लगा के पढ़ना या सीखना (Deep Learning)

Artificial Intelligence AI ke Janak Kaun Hai

एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी को आधुनिक एआई का जनक माना जाता है। जॉन मैक्कार्थी का जन्म 4 सितंबर 1927 को बोस्टन, यूएसए में हुआ था। 1956 के सबसे पहले AI Conference डार्टमाउथ सम्मेलन में संज्ञानात्मक वैज्ञानिकों ने Artificial Intelligence (AI) शब्द को जन्म दिया था।

जॉन मैक्कार्थी एक ऐसी मशीन बनाना चाहते थे जो इंसानों की तरह सोच सके और समस्याओं का समाधान कर सके। उन्होंने कहा, “सीखने के हर पहलू या बुद्धि की किसी भी अन्य विशेषता को सिद्धांत रूप में इतने सटीक रूप से वर्णित किया जा सकता है कि इसे उत्तेजित करने के लिए एक मशीन बनाई जा सकती है।” उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द गढ़ा और एलआईएसपी (LISP) नामक प्रतीकात्मक संगणना के लिए पहली प्रोग्रामिंग का आविष्कार किया। उन्होंने दुनिया के तकनीकी नवाचारों जैसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, इंटरनेट, वेब, रोबोट आदि का मार्ग प्रशस्त किया।

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