Emotional Intelligence kya hai - संवेगात्मक बुद्धि क्या है?

Emotional Intelligence (Hindi) – इमोशनल इंटेलिजेंस क्या है?

emotional intelligence kya hai

हमे अपनी क्षमताओं के बारे में जानने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को समझने की आवश्यकता होती है, जैसे – Emotional Intelligence/Quotient (EI या EQ) जो कि ज्यादातर लोगों में एक जन्मजात विशेषता होती है। इंसान का एक ऐसा प्रमुख कारक जो जीवन में अच्छे प्रदर्शन के लिए उचित मानसिक कौशल और ख़ास विशेषता प्रदान करता है, भावनात्मक बुद्धिमत्ता (EI) या भावनात्मक भागफल (EQ) या भावनात्मक इंटेलिजेन्स भागफल (EIQ) कहलाता है। जानिए, Emotional Intelligence Kya hai? or Emotional Intelligence in Hindi

EI – Emotional Intelligence (संवेगात्मक बुद्धि या भावनात्मक बुद्धिमत्ता)

EQ – Emotional Quotient (भावनात्मक भागफल या संवेगात्मक भागफल)

EIQ – Emotional Intelligence Quotient (भावनात्मक बुद्धिमत्ता भागफल)

Emotional Intelligence in Hindi – Emotional Intelligence Kya hai?

भावनाओं को महसूस करने, उनका उपयोग करने, किसी से संवाद करने, किसी को पहचानने, कुछ याद रखने, किसी का वर्णन करने, कुछ सीखने, प्रबंधन करने, सोचने – समझने और समझाने के सामर्थ को इमोशनल इंटेलिजेंस कहते है। 

भावनात्मक बुद्धिमत्ता (Emotional Intelligence) अपनी भावनाओं और दूसरों की भावनाओं को पहचानने और प्रबंधित करने की क्षमता होती है। इमोशनल इंटेलिजेंस हमारे व्यक्तिगत, प्रोफेशनल और सामाजिक जीवन को नियंत्रित कर सकती है।

भावनात्मक बुद्धिमत्ता पारस्परिक विचारधारा की समझ को बढ़ाने के लिए बुद्धि, सहानुभूति और भावनाओं से जुड़ने की क्षमताओं को दर्शाती है। इमोशनल इंटेलिजेंस में भावनात्मक जागरूकता जैसे भावनाओं का दोहन करने, सोचने, समस्या का हल करने की क्षमता और भावनाओं को प्रबंधित करने की क्षमता शामिल होती है, जिसमें आपकी अपनी भावनाओं को विनियमित करना और अन्य लोगों को खुश करना या शांत करना भी शामिल होता है।

Emotional Intelligence के प्रॅक्टिकल उपयोग (uses) क्या है?

इमोशनल इंटेलिजेंस हमारे पांच मुख्य उद्देश्यों को पूरा करती है, जैसे – आत्म-जागरूकता, आत्म-नियमन, प्रेरणा, सहानुभूति और सामाजिक कौशल।

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आत्म-जागरूकता (Self Awareness) का मतलब है अपने वर्तमान समय की पूरी समझ होना और इस तरह की समझ का उचित आधार होना। आत्म-जागरूकता का अर्थ यह भी है कि आप किसी भी विशेष समय पर अपने मन में चल रही हर एक भावना को जानते हैं। उच्च इमोशनल इंटेलिजेंस रखने वाले लोग ईर्ष्या और क्रोध से अच्छे से निपटना जानते है और कुछ करने से पहले अच्छी तरह सोचते हैं। 

आत्म-नियमन (Self Regulation) का मतलब है हर सकारात्मक व नकारात्मक भावना की पहचान करना और यह महसूस करने में सक्षम होना कि आप ऐसा क्यों महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा, इसका मतलब यह भी है कि आपको पता होना चाहिए कि अपनी भावना को कैसे नियंत्रित किया जाए।

प्रेरणा या मोटिवेशन (Inspiration OR Motivation) एक प्रमुख नेतृत्व कौशल होता है और एक अच्छे लीडर को यह पता होता हैं कि अपनी टीम या परिवार में लोगो को कैसे प्रेरित किया जाए। ऐसे लोग अपनी भावनाओं के साथ-साथ अपने आसपास के लोगों के बारे में भी अच्छे से जानते हैं।

सहानुभूति (Empathy) का मतलब यह समझना होता है कि किसी व्यक्ति या कोई ग्रूप इस समय कैसा व क्या महसूस कर रहा है। दूसरो के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोग, संबंधित परिस्थितियों को ध्यान में रखकर निर्णय लेते है और यह जानते है कि किस को आपकी सहानुभूति की आवश्यकता है। भावुक लोगों में अपने घर, समाज और काम पर संबंधों को प्रबंधित करने का उत्कृष्ट कौशल रखते हैं। इसके अलावा, वे तुरंत किसी व्यक्ति के बारे में कोई राय नहीं बनाते हैं। 

सामाजिक कौशल (Social Skill) अपने अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए बहुत ज़रूरी होता है और बुनियादी अस्तित्व के लिए सभी को सामाजिक कौशल की आवश्यकता होती है, अच्छा सामाजिक कौशल रखने वाले लोग स्वार्थी होने के बजाय सबके भले के बारे में सोचते हैं।

अच्छी इमोशनल इंटेलिजेंस वालो के लिए Career & Jobs विकल्प क्या है?

अक्सर जॉब नियोक्ता ऐसे लोगो को जॉब देते हैं जो अच्छी इमोशनल इंटेलिजेंस रखते हैं। कुछ जॉब विशेष रूप से उन लोगों के लिए ही होती हैं जिनके पास अच्छी इमोशनल इंटेलिजेंस होती हैं।

अच्छी इमोशनल इंटेलिजेंस वालो के लिए अपना करियर बनाने के लिए कुछ जॉब्स विकल्प इस प्रकार है, जैसे – सशस्त्र बल, सर्जन और डॉक्टर, नर्स और मेडिकल देखभाल करने का काम, आपातकालीन चिकित्सा सर्विस और पुलिस फोर्स, प्रिंट व डिजिटल मीडीया, टीवी मीडिया के लिए ऑन-ग्राउंड पत्रकार, विज्ञापन विशेषज्ञ, लीडर या नेता, वकील, सैन्य इंजीनियर, राहत कर्मी, अध्यापक, ग्राहक सेवा कर्मचारी, फैशन डिजाइनर, इंटीरियर डिज़ाइनर और अन्य कला से जुड़ी जॉब्स।

Emotional Intelligence कैसे बढ़ाए?

अपनी व्यक्तिगत इमोशनल इंटेलिजेंस को विकसित करने से आपके काफी काम आसान हो सकते है। अपने EI को विकसित करने से आपके द्वारा अपने लिए चुने हुए पेशे में भी सफलता सुनिश्चित होती है। किसी भी उपक्रम को शुरू करने से पहले एक इमोशनल इंटेलिजेंस टेस्ट लेना एक सही कदम होता है। 

अपने खुद की इमोशनल इंटेलिजेंस का विकास करने के लिए आप विभिन्न ऑनलाइन व कक्षा कोर्स ले सकते हैं। किन्ही प्रख्यात मनोवैज्ञानिकों और विशेषज्ञों द्वारा लिखी गयी इमोशनल इंटेलिजेंस वाली किताबें पढ़ सकते है, यह याद रखना ज़रूरी है कि इमोशनल इंटेलिजेंस पुस्तकें पढ़ना ही पर्याप्त नहीं होता है, आपको महत्वपूर्ण कौशल का अभ्यास करने की भी आवश्यकता होती है जो आप अपने दैनिक जीवन में सीखते हैं।

Emotional Intelligence के महत्व/लाभ (benefits) क्या है?

① अच्छी इमोशनल इंटेलिजेंस वाले लोगो की खुश जीवन शैली होती है, और खुश रहना तो सबके लिए ज़रूरी है।
② इससे आप अपने कार्यस्थल पर बेहतर प्रदर्शन कर पाते है और जिससे आपको अच्छी आय प्राप्त होती है।
③ इससे आप नए विचारों के साथ अधिक कौशल हासिल करने में सक्षम होते है।
④ उत्कृष्ट इमोशनल इंटेलिजेंस कौशल से आपकी वित्तीय स्थिति भी अच्छी रहती हैं।

इमोशनल इंटेलिजेंस का Test कैसे करे?

भावनात्मक इंटेलिजेंस को मापने या टेस्ट करने के तीन सामान्य तरीके हैं –

  • सेल्फ़-रिपोर्ट (Self Report) – इसमे व्यक्तित्व के लक्षणों में गर्मजोशी, सहानुभूति, चिंता आदि शामिल हैं।
  • अन्य-रिपोर्ट (Other Report) – इसमें सामाजिक कौशल, प्रबंधन कौशल और किसी समझने में आप भावनात्मक रूप से बुद्धिमान हैं या नही आदि परीक्षण शामिल है।
  • अबिलिटी मेजेर्स (Ability Measures) – इसमे गुस्सा, उदासी या दुख, स्वीकार करने की क्षमता और प्रसन्नता या खुशी शामिल है।

इमोशनल इंटेलिजेंस के लिए मुफ्त परीक्षणों या टेस्ट की एक विस्तृत श्रृंखला ऑनलाइन उपलब्ध है, ऑनलाइन टेस्ट आपके इमोशनल इंटेलिजेंस को जाँचने के लिए आपसे केवल कुछ प्रश्न पूछते हैं। ऑनलाइन परीक्षण में आपकी राष्ट्रीयता, संस्कृति और अन्य महत्वपूर्ण कारकों को ध्यान में रखते हुए प्रश्न पूछते है, बहुत बार, ऐसे टेस्ट सही परीक्षण के लिए अपर्याप्त होते हैं।

IQ और EQ में क्या अंतर है?

EQ और IQ ऐसे शब्द हैं जो अक्सर आपस में भ्रमित करते है और गलती से एक दूसरे के साथ उपयोग हो जाते है,

IQ – Intelligence Quotient

EQ – Emotional Quotient

IQ को ‘इंटेलिजेंस क्वोटिएंट’ के रूप में जाना जाता है और यह किसी व्यक्ति की सापेक्ष बुद्धिमत्ता का माप है। जबकि भावनात्मक बुद्धिमत्ता, जिसे EQ के रूप में जाना जाता है, और यह आपकी भावनाओं और दूसरों की भावनाओं को पहचानने और प्रबंधित करने की क्षमता होती है।

Social Welfare kya hai?

Emotional Intelligence in Hindi, इस पोस्ट के ज़रिए आप समझ पाए होंगे कि emotional intelligence (भावनात्मक बुद्धिमत्ता) kya hai?

एमोशनल इंटेलिजेन्स के प्रकार क्या हैं?

  • Self Awareness/स्व जागरूकता
  • Self Management/स्व प्रबंधन
  • Social Awareness/सामाजिक जागरूकता
  • Relationship Management/संबंध प्रबंधन

संवेगात्मक बुद्धि का सूत्र क्या है?

व्यक्ति के जीवन कि सफलता का मंत्र 20 प्रतिशत बुद्धिलब्धि के कारण तथा 80 प्रतिशत संवेगात्मक बुद्धि के कारण होता है।

किसी की भावनाओं को नियंत्रित करने की क्षमता को क्या कहा जाता है?

संवेगात्मक बुद्धि या इमोशनल इंटेलिजेन्स

संवेगात्मक बुद्धि के जनक कौन है?

संवेगात्मक बुद्धिमत्ता शब्द पहली बार 1990 में पीटर शैलोवी और मेयर द्वारा प्रस्तुत किया गया था।

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  • Self Management/स्व प्रबंधन
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