Lekhpal Kya Kaam Karta Hai - लेखपाल क्या काम करता है?

Lekhpal क्या होता है और लेखपाल का काम?

Lekhpal Kya Kaam Karta Hai

वैसे तो सरकारी नौकरी की प्रतियोगिता की परीक्षाओं को क्रैक कर पाना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन फिर भी सरकारी नौकरी का क्रेज़ भारत में बना रहता है, ऐसी ही एक सरकारी नौकरी लेखपाल की भी होती है। पटवारी के बारे में तो हर कोई जानता है, इसे ही लेखपाल के नाम से जाना जाता है जो कि किसी राज्य के राजस्व विभाग में ग्रामीण लेवल का एक अधिकारी होता है। इसी के बारे में यहा और भी विस्तार से जानेगे जैसे – लेखपाल क्या है, लेखपाल बनने के लिए योग्यता, लेखपाल की सैलरी और लेखपाल के कार्य – Lekhpal Kya Kaam Karta Hai

लेखपाल क्या होता है? (lekhpal kya hota hai/lekhpal ka matlab)

भारत के राज्यो में एक लिपिक सरकारी पद लेखपाल का होता है, जिसे कन्हि-कन्हि पर पटवारी के नाम से भी जाना जाता है, जिसका कर्तव्य ग्राम राजस्व का लेखा और ग्राम भूमि अभिलेखों को बनाए रखना होता है। एक लेखपाल मूल रूप से ग्रामीण स्तर पर किसी राज्य के राजस्व प्रशासन में ग्राम लेखाकार अधिकारी होता हैं।

लेखपाल का मतलब अकाउंटेंट, मुनीम और पटवारी भी होता है, जिसे भारत के कई राज्यों में पटेल, शान भोगरु, कारनाम अधिकारी आदि नामो से भी जाना जाता है। लेखपाल के अंतर्गत मुख्यत दो पद आते है जो चकबंदी लेखपाल और राजस्व लेखपाल होता है।

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लेखपाल क्या काम करता है? (lekhpal kya kaam karta hai/lekhpal ke karya)

चकबंदी लेखपाल का मुख्य काम ग्रामीण इलाक़ो में चकबंदी के ज़रिए बिखरी हुई खेती योग्य ज़मीन के छोटे टुकड़ों को आपस में मिलाना और खेती योग्य भूमि का निरीक्षण करना, फसल-उपज का डेटा रिकॉर्ड करना, खेती योग्य ज़मीन का नक्शा और कम्प्यूटरीकृत तरीके से ज़मीन का रिकॉर्ड बनाना होता है और राजस्व लेखपाल चकबंदी लेखपाल के तहत काम करता है।

एक लेखपाल का अधिकांश काम किसी राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में होता है। एक लेखपाल के पास काम करने के लिए एक से अधिक गांव होते है और उन सभी गाँवो के अंतर्गत आने वाली ज़मीन की संपूर्ण जानकारी और डेटा रेकॉर्ड लेखपाल के पास होते है।

एक लेखपाल को कई गाँवो की संपूर्ण भूमि का लेखा-जोखा को रखना पड़ता है जैसे – किस व्यक्ति के पास कितनी ज़मीन है, उस ज़मीन पर क्या बना है, ज़मीन किस तरह की है, किसी ज़मीन पर किसका नियंत्रण है, खेती योग्य ज़मीन पर कौनसी फसल बोई जा रही है या ज़मीन पर किस तरह का काम चल रहा है।

एक लेखपाल को गाँवो में कृषि से जुड़ी हर तरह की समस्याओं का समाधान करना पड़ता है, गाँव के किसानों के साथ बातचीत करके उनके नुकसान का पता करना और नुकसान की भरपाई और समस्याओं का निदान करना होता है।

गाँव में यदि कोई किसी जमीन को खरीदता है या बेचता है तो उसे लेखपाल की ज़रूरत होती है। किसी ज़मीन का बंटवारा करना और ज़मीन दूसरे के नाम ट्रांसफर करना भी लेखपाल के सामने होता है। लेखपाल के कार्य में किसी का आय प्रमाण पत्र बनाना जैसे अन्य सरकारी काम शामिल होते है।

लेखपाल के लिए योग्यता (lekhpal ke liye qualification)

लेखपाल जैसे सरकारी पद के योग्य होने के लिए निम्नलिखित योग्यता होना आवश्यक है, जैसे –

  • 12वीं पास होना आवश्यक, कोई भी विषय हो
  • उम्र सीमा 18 से 40 साल के बीच
  • आरक्षित वर्ग वालो के लिए नियमानुसार छूट
  • कंप्यूटर कोर्स का सर्टिफिकेट जरूरी

लेखपाल की सैलरी कितनी होती है? (lekhpal ki salary)

लेखपाल की पोस्ट ग्रुप सी के अंतर्गत क्लेरिकल पोस्ट होती है इसलिए, एक लेखपाल की सैलरी 7 वें वेतन आयोग में 21700-69100 पे-ग्रेड के अनुसार रु 21,700-60,000 होती है। मूल सैलरी के अलावा लेखपाल को कई अन्य भत्ते और सुविधाएं भी प्राप्त होती है। पहले, 6 वें वेतन आयोग के अनुसार एक लेखपाल की शुरुआती सैलरी रु 5200-20,200 थी। अभी लेखपाल के पद पर काम करने वाले कर्मचारियों को नई पेंशन योजना के अनुसार पेंशन भी दी जाती है।

लेखपाल कहां बैठता है? (lekhpal kaha baithta hai/lekhpal office)

लेखपाल सामान्यतः भारतीय ग्राम पंचायतों और नगर पालिकाओं में कार्यरत होते हैं। उनका मुख्य कार्य आर्थिक और लेखा सम्बन्धित कार्यों का प्रबंधन करना होता है। वे राजस्व, कर, धनराशि, बजट और अन्य वित्त संबंधित कार्यों को संचालित करते हैं और लेखा रिकॉर्ड को संभालते हैं। लेखपाल आमतौर पर पंचायत या नगर पालिका के कार्यालय में एक आधिकारिक पद पर नियुक्त होते हैं और अपने कार्य को नियमित रूप से संपादित करते हैं।

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