Career Planning Kaise Kare (Career Tips) - करियर की प्लानिंग कैसे करे?

Career Planning Tips in Hindi (Career Goals & Career Job) – करियर प्लानिंग कैसे करें?

Career Planning Tips in Hindi

करियर प्लान कैसे बनाएं और करियर प्लानिंग क्या है, करियर प्लानिंग कैसे करे इसके बारे में कुछ टिप्स के साथ जानें, जिन्हें आप अपना करियर प्लानिंग समय ध्यान में रख सकते हैं। जानिए Career Planning Tips in Hindi

एक प्रभावी करियर प्लान हमारी प्रोफेशनल लाइफ का सफलतापूर्वक मार्गदर्शन कर सकता है, अपने इंटरेस्ट की जॉब खोजने से लेकर एक अच्छा करियर बनने तक यह हमारी मदद कर सकता है, सावधानीपूर्वक करियर प्लान करने के साथ, हम उस क्षेत्र का अच्छे से मूल्यांकन कर सकते हैं जहां हम अपना करियर बनाना चाहते हैं और अपने जीवन में अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एक रणनीतिक योजना विकसित कर सकते हैं।

जानिए, स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन जॉब्स कौन कौन सी है?

करियर प्लानिंग क्या है? (What is Career Planning in Hindi)

करियर प्लानिंग के माध्यम से अपने प्रोफेशनल जीवन के भविष्य के प्रमुख चरणों की मैपिंग की जा सकती है। इससे आपको अपना करियर चुनने, नौकरी की स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा प्राप्त करने में मदद मिलती है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जहां आप नीचे दिए गए बिंदु पर संरेखित होते हैं जो आपके लिए सही करियर चुनने में मदद करते हैं, जैसे –

  • आप किन क्षेत्रों में मजबूत है इसकी पहचान कर सकते है
  • अपने कौशल या स्किल, मूल्यों और प्रतिभा का उपयोग आपके करियर चुनने के लिए कैसे किया जा सकता है, यह जान सकते है
  • अपने इच्छा की नौकरी और करियर के साथ अपनी स्किल का मिलान कर सकते हैं
  • अपनी वित्तीय जरूरतों के साथ अपने करियर के उद्देश्यों का मिलान कर सकते हैं
  • यह पहचान सकते हैं कि आपको किस हाइ एजुकेशन और प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी
  • आप अपनी शैक्षिक आवश्यकताओं के साथ अपने करियर के उद्देश्यों का मिलान कर पाएँगे।

करियर प्लान बनाने के टिप्स (Career Plan Making Tips in Hindi)

नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन पर आप अपना करियर प्लान बनाते समय विचार कर सकते हैं, जैसे –

  • इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी स्किल क्या है, आप जिस भी प्रकार की नौकरी का लक्ष्य रखते हैं उसे पाने के लिए आप नयी स्किल सीख सकते हैं या विकसित कर सकते हैं। जीवन में बड़ा लक्ष्य आपको हमेशा सीखने और अपने लक्ष्य की ओर काम करने के लिए प्रेरित करता है।
  • अपने इच्छा के अनुसार नौकरी पाने के लिए आपको अपनी ताकत और रुचियों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि आप प्रोफेशनल और आर्थिक तौर पर संतुष्ट हो सके।
  • जब आप जीवन में आगे बढ़ते हैं तो हो सकता है कि आपकी करियर को लेकर आपको विचार बदल जाए, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहने के लिए अपनी योजना को अपने नये विचार के साथ समायोजित करें।
  • अपने करियर की राह पर चलते हुए अपनी सफलता तक पहुँचने में समय लगता है इसलिए अपने बड़े उद्देश्यों को छोटे-छोटे लक्ष्यों में विभाजित करे ताकि उन्हें आप आसानी से उन्हे ट्रैक कर सके और उन्हें प्राप्त कर सके।
  • अपना एक विशिष्ट लक्ष्य ही बनाने का प्रयास करें। यदि आप एक इंजीनियर बनना चाहते हैं तो वह विषय चुनें जिसमें आप नौकरी प्राप्त करना चाहते है।
  • खुद के समय और ज्ञान को देखते हुए आपके लक्ष्य प्राप्त करने योग्य होने चाहिए। अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आपको जो व्यक्तिगत कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।
  • आपके द्वारा निर्धारित करियर से संबंधित कोई भी लक्ष्य के वास्तव में मायने होने चाहिए, इस बारे में सोचें कि लक्ष्य कितना महत्वपूर्ण है और क्या यह आपके दीर्घकालिक उद्देश्यों तक पहुँचने में आपकी मदद कर सकता है।
  • आपको अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों लक्ष्यों के लिए समय-सीमा निर्धारित करनी चाहिए। इससे आप खुद को प्रेरित रखने और अपने लक्ष्य की दिशा में काम करने में सक्षम होते है।

करियर प्लानिंग कैसे करे (Career Planning kaise kare Tips in Hindi)

करियर प्लानिंग (Career Planning) कैसे करे, यह समझने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करे, जैसे –

1. अपने इंटरेस्ट के फील्ड को पहचाने

Career planning के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप अपनी रुचि के फील्ड की पहचान करें जिसमें आपको करियर बनाना हैं। ऐसे फील्ड को चुनें जो आपको आत्मविश्वासी, सफल महसूस करने में सक्षम हो और उन टेक्निकल स्किल का भी विश्लेषण करे जो आपने अपनी पढ़ाई के दौरान सीखा है।

अपनी स्किल्स, व्यवहार और लक्षणों के बारे में चिंतन करे और फिर अपनी तकनीकी स्किल & सॉफ्ट स्किल्स की अपनी करियर लिस्ट का करियर विकल्प के साथ मिलान करे, और आप कहा-कहा अच्छे से फिट हैं।

2. संभावित करियर विकल्पो के बारे में जानें

सबसे पहले उन करियर विकल्पों के बारे में ज्ञान प्राप्त करें जिनको आप ढूँढ रहे हैं या जिनमे आपको दिलचस्पी है और जाने कि उनसे संबंधित कौनसी स्किल & योग्यताएँ आपके पास हैं।

आपकी दिलचस्पी की जॉब से संबंधित कंपनियों पर रिसर्च करें और उस फील्ड में प्रोफेशनल्स की खोज करें। आप व्यक्तिगत तौर पर ऑनलाइन नेटवर्किंग कार्यक्रमों में हिस्सा लें और विशेषज्ञों के साथ कम्यूनिकेट करें। एक संभावित करियर विकल्प में व्यावहारिक अनुभव हासिल करने के लिए इंटर्नशिप और जॉब शैडोइंग अनुभवों का अनुसरण ज़रूर करें।

3. रोजगार के बारे में मार्केट रिसर्च करे

आधुनिक युग में बढ़ते नये रोजगार मार्केट ज़्यादा क्षमता वाले प्रोफेशन प्रदान करते हैं। नये अवसरों के बारे में समझने के लिए अपने फील्ड क्षेत्र के विशेषज्ञों से बातचित करें। अपने फील्ड के टॉप प्रकाशन और ऑनलाइन समाचार स्रोत से जानकारी हासिल करे और कुछ नये उभरते करियर विकल्प ज़रूर देखें जो आपकी रुचि के अनुसार हैं।

4. करियर योग्यता को समझें

अपनी इंटरेस्ट के फील्ड में काम करने के लिए आपको जिन-जिन डिग्रियों की आवश्यकता होगी, उनकी समीक्षा करके उन्हे प्राप्त करने के लिए शुरुआत करें। यह पहचानें कि आपको किसी विशिष्ट विषय में डिग्री की ज़रूरत होगी, और प्रोफेशनल प्रमाणपत्रों की जांच अवश्य करें जिनसे आपको अपने फील्ड में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद मिल सके।

5. वेतन और अन्य लाभों का आकलन करें

अपने कार्य क्षेत्र में कमाई की क्षमता का आकलन करने हेतु थोड़ी रिसर्च ज़रूर करें। आपको ऐसे कारकों की पहचान करनी चाहिए जो आपकी कमाई की क्षमता को बढ़ा सके, जब आप जॉब की लिस्टिंग की समीक्षा करते हैं, तो हर तरह के लाभों पर ध्यान दें। क्योकि सैलरि के अलावा मिलने वाले लाभ आपके लिए बचत का काम कर सकते हैं और जीवन में सुधार ला सकते है।

6. संभावित करियर विकल्पो की तुलना करें

एक बार जब आप कुछ संभावित करियर विकल्पो के बारे में जान लें, तो सभी विकल्पों का अच्छे से मूल्यांकन ज़रूर करें। हर करियर विकल्प के लिए एक विशिष्ट कौशल की आवश्यकता पड़ती है, और अतिरिक्त योग्यता की आवश्यकता भी हो सकती है या फिर किसी में अधिक कमाई की संभावना हो सकती है। इसलिए तुलना ज़रूर करें कि आपके द्वारा चुने गये करियर विकल्प आपके मूल्यों से किस प्रकार से मेल खा रहे हैं।

7. एक एक्शन प्लान बनाए 

एक बार जब आप अपना करियर विकल्प चुन लेते हैं, तो अपने करियर में सफल होने के लिए उन चरणों की योजना/एक्शन प्लान बनाएं जिनका आपको पालन करने की आवश्यकता होगी, और एक समयसीमा ज़रूर तय कर ले, साथ ही नियमित रूप से इसकी समीक्षा करने के लिए कार्य योजना को आसानी से उपलब्ध रखे, अपनी कार्य योजना के हर स्टेप को पूरा कर लेने पर खुद को हमेशा प्रेरित रखने के लिए खुद को ट्रीट या इनाम ज़रूर दे।

नए अवसर, तकनीकी विकास, कौशल विकास, व्यक्तिगत प्राथमिकताएं और अर्थव्यवस्था में रुझान सभी आवश्यक करियर नियोजन परिवर्तन का कारण बन सकते हैं। इसलिए जब भी ज़रूरी हो अपनी कार्य योजनाओं की समीक्षा ज़रूर करे।

Leave a Comment

error: