Journalism kya hota hai (Hindi) - जॉर्नलिस्ट (Patrakar) कैसे बने?

Journalism क्या है और जॉर्नलिस्ट (Patrakar) कैसे बने?

journalism kya hota hai

यदि आप मीडीया में अपना करियर बनाने के बारे में सोच रहे है तो आपके लिए जर्नलिज्म अच्छा विकल्प है क्योकि इसमे कैरियर स्कोप काफ़ी अच्छा है, इस फील्ड में काम करने के साथ-साथ आपको विभिन्न जगहो पर घूमने और खुद का न्यूज़ पोर्टल शुरू करने का मौका मिल सकता है जिससे आप एक अच्छी नौकरी के साथ ही एक्सट्रा इनकम के स्रोत भी अपने लिए बना सकते है, यहा इसके बारे में विस्तार से जानिए Journalism kya hota hai और Patrakar/Journalist Kaise bane

भारत में इस समय प्रमुख व्यवसाय बन हुआ है, कई सारे मीडीया हाउस हमारे देश में चल रहे है, टीवी पर न्यूज़ दिखाने वाले Electronics Media के अलावा भी कई अन्य मीडीया है जो दैनिक न्यूज़ के अतिरिक्त खेल और मनोरंजन के बारे में जानकारी लोगो तक पहुँचाते हैं, इस प्रकार इस फील्ड में करियर बनाना फ़ायदेमंद हो सकता है, क्योकि इंटरनेट के इस युग में Journalism फील्ड के लोगो के लिए और भी कई बेहतरीन प्लॅटफॉर्म है जिन पर इससे संबंधित काम किया जा सकता है।

आज के समय में भारत पत्रकारिता और मीडिया के फील्ड में काफ़ी तेजी से बढ़ते देशों में से एक है, जहा पर तकरीबन 900 से ज़्यादा निजी समाचार व टीवी चैनल हैं, जो पत्रकारिता करने वाले छात्रों के लिए बहुत सारे अवसर और जॉब्स की संभावनाएं पैदा करते है। डिजिटल मीडिया, न्यूज़ अप्लिकेशन और डिजिटल समाचार पत्र पत्रकारिता के फील्ड में कई करियर विकल्प की संभावनाए पैदा करते हैं।

जर्नलिज्म क्या है? (Journalism kya hota hai in Hindi)

जर्नलिज्म (Journalism) का हिन्दी में मतलब “पत्रकारिता” होता है जिसमे समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के लिए समाचार एकत्र करने और लिखने या टेलीविजन पर समाचार के बारे में बात करना शामिल होता है।

पत्रकारिता का मतलब तथ्यों के आधार पर वर्तमान घटनाओं पर रिपोर्ट बनाना और लोगो तक पहुँचाना है। पत्रकारिता में देश के विभिन्न मुद्दो, दैनिक सूचना समाचार और अन्य जानकारी को इकट्ठा करके पत्रिकाओ, वेबपोर्टल, टीवी न्यूज़ चैनेल आदि पर प्रकाशित किया जाता है।

जो व्यक्ति पत्रकारिता करता है या इस पेशे से जुड़ा होता है, उसे जर्नलिस्ट या पत्रकार कहा जाता हैं। जो व्यक्ति मीडीया स्टूडियो में बैठकर टीवी पर न्यूज़ पढ़ता है या सुनाता है, उसे न्यूज़ एंकर कहते है।

जो व्यक्ति घटना स्थल पर जाकर जानकारी देता है या किसी फील्ड में जाकर जानकारी को इकट्ठा करता और समाचार तैयार करता है, उसे न्यूज़ रिपोर्टर कहते है। जो व्यक्ति घटना स्थल की फोटोग्राफ लेता है, वीडियो बनाता है और स्टूडियो का कैमरामैन फ़ोटो जर्नलिस्ट कहलाता है, ये सभी Journalism के अंतर्गत ही आते है। जर्नलिज्म में कुछ अन्य व्यक्ति जैसे – संपादक, वीडियो संपादक, न्यूज़ प्रोड्यूसर, मीडिया कर्मी आदि सभी भी पत्रकारिता का हिस्सा होते हैं।

इस तरह से, जर्नलिज्म/पत्रकारिता समाचारों को रिपोर्ट करने, लिखने, संपादित करने, फोटो खींचने या प्रसारित करने या किसी समाचार संगठन को व्यवसाय के रूप में संचालित करने का व्यवसाय होता है।

जॉर्नलिस्ट कैसे बने? (Patrakar/Journalist Kaise bane)

एक जॉर्नलिस्ट या पत्रकार बनने के लिए छात्र 12वीं कक्षा में एक मुख्य विषय के रूप में अंग्रेजी के साथ कोई भी स्ट्रीम ले सकते हैं और पत्रकारिता में करियर के लिए योग्य होने के लिए 50% अंक (सामान्य श्रेणि के लिए) और 45% अंक (आरक्षित श्रेणियों के लिए) होने आवश्यक हैं। 12वीं के बाद स्टूडेंट BA Journalism or Communications, या Journalism में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। Bachelor’s Degree in Journalism and Mass Communication (BJMC) भारत में पत्रकार बनने के लिए सबसे प्रमुख कोर्स है। पत्रकार बनने की दिशा में प्रभावी प्रक्रिया के लिए छात्र अन्य पत्रकारिता कोर्स भी चुन सकते हैं।

उद्योग मीडिया, डिजिटल मीडिया
योग्यताएक उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में न्यूनतम 50% अंकों के साथ 10+2 उत्तीर्ण करने के बाद Journalism Course के लिए आवेदन कर सकता है।
प्रवेश परीक्षाअंडर ग्रेजुएशन के लिए: DUET, IPU CET, JMIEEE, SET, MU OET और पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए: IIMC, XIC OET, ACJ, IPU CET, JMIEEE, AUCET, MU-OET, AMUEE, MASCOM
औसत वेतनएक पत्रकार आसानी से INR 2,50,000 से 3,50,000 तक का शुरुआती औसत वेतन प्राप्त कर सकता है।
नौकरी के अवसरसंपादक, फोटो जर्नलिस्ट, शोधकर्ता, कॉपीराइटर, जनसंपर्क विशेषज्ञ, रिपोर्टर, सोशल मीडिया विशेषज्ञ।

यदि कोई स्टूडेंट पत्रकार बनना चाहता है तो उसे निम्नलिखित बातो को ज़रूर जानना चाहिए, जैसे –

  • पत्रकार बनने के लिए कुछ स्किल्स की आवश्यकता पड़ती है, यदि आपकी कई भाषाओं पर अच्छी पकड़ है, आप अच्छा लेखन करते हैं, आप हमेशा सतर्कता बरतते है और आप एक खोजी दिमाग वाले इंसान है तो आप पत्रकारिता को अपने करियर के तौर पर चुन सकते हैं। 
  • पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, मानविकी जैसे विषय आपकी स्किल और सोचने की क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
  • पत्रकारिता के कोर्स के लिए ऐसे कॉलेज को चुनें जिसकी फीस आपके लिए वहनीय हो और जिसका पिछले कई सालो का एक अच्छा प्लेसमेंट रिकॉर्ड हो। इसके अलावा, कॉलेज के संकाय सदस्यों की योग्यता और वहां पढ़ने वाले छात्र को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं और अवसरों पर अपनी नज़र डालें।
  • ग्रेजुएशन कोर्स करते समय अपने करियर और पढ़ाई के प्रति गंभीर रहना ज़रूरी है क्योंकि आपके ग्रेड जॉब प्राप्त करने में मायने रखेंगे और जितना संभव हो अपने ज्ञान और स्किल को बढ़ाने की कोशिश करें।
  • पत्रकारिता सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी क्षेत्रों में से एक है, इसलिए आपको पूरी तरह से तैयार रहना ज़रूरी है और आपको स्कूल के समय से ही खुद को इसके लिए तैयार करना शुरू कर देना चाहिए।

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जर्नलिज्म का कोर्स (Journalism ka course kaise karen)

स्टूडेंट पत्रकारिता में डिप्लोमा कोर्स कर सकते है, या पत्रकारिता और जनसंचार (बीजेएमसी) में स्नातक डिग्री कोर्स कर सकते है। ग्रेजुएशन के बाद वे पत्रकारिता या जनसंचार में मास्टर कोर्स भी कर सकते हैं। इनके अलावा स्टूडेंट पत्रकारिता में डिप्लोमा या पीजी डिप्लोमा भी कर सकते हैं जो विशेष रूप से पत्रकारिता में नौकरी के लिए प्रशिक्षित करता है।

  • पत्रकारिता डिप्लोमा (Diploma in Journalism)  – 2 साल का डिप्लोमा कोर्स
  • पत्रकारिता पीजी डिप्लोमा (PG Diploma in Journalism) – ग्रेजुएशन के बाद 1 साल का डिप्लोमा कोर्स
  • बीए पत्रकारिता (BA Journalism) – 3 वर्षीय स्नातक कोर्स
  • बीजेएमसी कोर्स (Bachelor of Journalism and Mass Communication) – 3 वर्षीय स्नातक कोर्स
  • एमए पत्रकारिता (Masters of Arts in Journalism) – 2 वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स
  • एमजेएमसी कोर्स (Master of Journalism and Mass Communication) – 2 साल का कोर्स

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