Success Story in Hindi for Students - छात्रों के लिए सफलता की कहानी

छात्रों के लिए सफलता की कहानी (Success Story) इन हिन्दी

success story in hindi for students

कुछ छात्रों में नई चीजें सीखना और नए आइडिया को खोजना बहुत आसान होता है लेकिन कुछ अन्य अपने आसपास के सफल लोगो को देखकर नया सीखने के लिए आत्म-प्रेरणा प्राप्त करते हैं। शिक्षक भी छात्रों को प्रेरित करने के लिए एक उपकरण के रूप में सफलता की कहानी का उपयोग करते हैं। यहा पढ़िए Inspirational & Motivational Success Story for Students in Hindi और Success Story in Hindi for Students

कुछ छात्रों को कड़ी मेहनत करने के लिए अपने शिक्षकों और अभिभावकों से अत्यधिक प्रेरणा की आवश्यकता होती है, बिना प्रेरणा के उनके लिए कुछ कर पाना मुश्किल होता है, ऐसे में कहानियां या Story हमेशा छात्रों के लिए एक पसंदीदा क्षेत्र होती हैं जो उन्हे प्रेरणा देने और उनकी रुचि का आह्वान करने का काम करती हैं।

अच्छी नैतिकता के साथ कई सामान्य लोक कथाएँ, सफल व्यक्तियों के वास्तविक जीवन के उदाहरण और सामान्य लोगों की सरल कहानियाँ छात्रों के लिए सफलता की कहानी के रूप में प्रेरणा का काम करती हैं।

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Success Story for Students in Hindi

यहां पर कुछ ऐसी ही प्रेरक कहानियों पर आप एक नज़र डाल सकते हैं जो आपको कड़ी मेहनत करने और एक सफल जीवन की नींव रखने में मदद कर सकती हैं।

1. केंटुकी फ्राइड चिकन (KFC Success Story in Hindi)

कोलोनेल हारलैंड सैंडर्स की वास्तविक जीवन की कहानी, जो अपने जीवन में कई बार असफल और निराश हुए, फिर भी अपने जीवन में देर से सही पर अपने सपनो को साकार किया, वास्तव में उनकी कहानी प्रेरणादायक है। कोलोनेल सैंडर्स को फ्राइड चिकन रेसिपी के लिए जाना जाता है जिन्होने दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट-फूड चिकन चेन केंटुकी फ्राइड चिकन (केएफसी) को लॉन्च किया था।

पढ़ाई की बात करे तो वे सातवीं कक्षा से अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी, फिर जीवन में कई उद्यम करने की कोशिश की लेकिन हर बार असफल रहे, उन्होंने 40 साल की उम्र में चिकन बेचना शुरू किया लेकिन एक रेस्तरां शुरू करने का उनका सपना कई संघर्षों के बाद भी ठप हो गया।

बाद में, उन्होंने अपने रेस्तरां को फ्रेंचाइजी देने का प्रयास किया। अंतिम मंजूरी प्राप्त करने से पहले उनका चिकेन की रेसीपी 1,009 बार खारिज हुई और फिर जल्द ही उनकी रेसीपी “केंटुकी फ्राइड चिकन” दुनिया भर में एक बड़ी हिट बनकर सामने आई, फिर धीरे-धीरे KFC का विश्व स्तर पर विस्तार हुआ और कंपनी को 2 मिलियन डॉलर में बेचा गया और उनका चेहरा अभी भी ब्रान्डिंग और कंपनी के लोगो के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

कहानी का सार – यह कहानी सभी को कड़ी मेहनत करने और खुद पर विश्वास करने के लिए प्रेरित करती है जब तक कि आप कई बार असफल होने के बावजूद सफलता नहीं देखते।

2. अपने आप को महत्व दें (Value Yourself)

एक वक्ता ने जनता को ₹500 के नोट को दिखाकर अपने संगोष्ठी की शुरुआत की। उन्होंने लोगों से पूछा, “यह कौन चाहता है?” यह देखकर कोई आश्चर्य नहीं हुआ कि सभी लोगो ने अपने हाथ उठा लिए। उसने उनमें से एक को पैसे देने की पेशकश की लेकिन जोर देकर कहा कि वह इसके लिए कुछ करेगा।

उसने फिर कागज के नोट को अपने हाथो से मसल दिया और भीड़ को फिर से दिखाया और वही सवाल दोहराया। फिर भी सबने हाथ खड़े कर दिए। फिर उसने उस नोट को जमीन पर रख दिया और उस पर कदम रखा और फिर उसे उठाकर जनता के सामने पेश किया।

नोट गंदा हो गया, यह देखने के बाद भी लोगों ने उसे लेने में दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने जनता से कहा, ”मैंने इस नोट के साथ कुछ भी किया हो, फिर भी आप सब इसे लेना चाहते हो, तुम सब इसे इसलिए लेना चाहते हो क्योंकि इस नोट का मूल्य किसी भी परिस्थिति के बावजूद कम नहीं हुआ, इसी तरह, दर्दनाक परिस्थितियों या असफलताओं के बावजूद खुद को महत्व ज़रूर दें।”

कहानी का सार – खुद पर विश्वास रखें और सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत करें। असफलताओं या बाधाओं के बावजूद खुद को महत्व ज़रूर दें और अस्थायी असफलताओं के कारण खुद को किसी से कम ना समझे।

3. अपनी ‘कुल्हाड़ी’ तेज करो (Sharpen Your Axe)

एक बार एक लकड़हारा था, उसके यहा का राजा उसके काम के प्रति समर्पण से काफ़ी प्रभावित था। लकड़हारे ने पहले महीने में 18 पेड़ काट दिए जिससे राजा खुश हो गया। अगले महीने उसने वही प्रयास किया लेकिन केवल 15 पेड़ ही काट सका, और तीसरे महीने उसने अपनी पूरी कोशिश करने के बावजूद केवल 12 पेड़ ही काट सका, राजा ने तीसरे महीने उससे मुलाकात की और उसकी उत्पादकता में कमी के बारे में बात की।

उसने समझाया कि हो सकता है कि उसने अपनी ताकत खो दी हो या काम करने के लिए बहुत बूढ़ा हो गया हो। राजा ने उससे पूछा, “पिछली बार तुमने अपनी कुल्हाड़ी कब तेज की थी?” आश्चर्य की बात यह है कि उसने पिछले तीन महीनों में एक बार भी ऐसा नहीं किया, यही एकमात्र कारण था कि वह अधिक पेड़ नहीं काट सका।

कहानी का सार – अपने लक्ष्यों की दिशा में काम करने के लिए प्रयास और कड़ी मेहनत करना अच्छी बात है लेकिन हमे अपने जीवन की प्राथमिकताओं को संतुलित करना भी ज़रूरी है।

4. अपने तनावों को छोड़ दें

मनोविज्ञान के एक प्रोफेसर ने हाथ में आधा गिलास पानी लेकर कक्षा में प्रवेश किया और आश्चर्य से छात्रों से पूछा कि “पानी का यह गिलास कितना भारी है?”

छात्रों ने उत्तर दिया कि 200 ग्राम से 500 ग्राम तक। प्रोफेसर ने बोला कि पानी के साथ गिलास का वास्तविक वजन हमेशा मायने नहीं रखता है लेकिन आप गिलास को कितनी देर तक पकड़कर रखते हैं यह मायने रखता है।

यदि आप गिलास को एक मिनट के लिए पकड़ते हैं, तो आपको ज्यादा वजन महसूस नहीं होगा। लेकिन अगर आप 10 मिनट तक पकड़ते हैं, तो आपको थोड़ा अधिक वजन महसूस होगा और यह आपके लिए समय के साथ भारी होता जाता है।

अगर आप इसे पूरे दिन पकड़ेंगे तो आपके हाथ सुन्न हो जाएंगे और दर्द भी होगा। ऐसा ही आपके साथ तब होता है जब आप तनाव को अपने साथ लेकर चलते हैं। अगर आप इसके बारे में कुछ देर सोचते हैं और इसे छोड़ देते हैं, तो कोई समस्या नहीं है लेकिन अगर आप घंटों इसके बारे में सोचते हैं, तो यह एक समस्या बनने लगती है।

कहानी का सार – हमे अपने तनावों को छोड़ना सीखना चाहिए और इनके साथ कभी नहीं सोना चाहिए। बस इसे छोड़ दें और अपने लक्ष्यों की ओर काम करें वरना यह आपकी उत्पादकता को खत्म कर देता है।

5. समस्याओं को दूर करें

एक आदमी अपने गधे को चराने ले जा रहा था, तभी गधा एक बड़े गड्ढे में गिर गया। आदमी ने गधे को जमीन पर खींचने की बहुत कोशिश की। लाख कोशिशों के बाद भी वह गधे को वापस लाने में असफल रहा। लेकिन वह गधे को भूखा और दर्द के साथ मरने के लिए कई दिनों तक नहीं छोड़ सकता था, इसलिए उसने उसे जिंदा दफनाने और उसकी मौत को आसान बनाने का फैसला किया। सो वह गढ़े में ऊपर से मिट्टी डालने लगा। जब उसने मिट्टी डाली, तो गधे ने भार महसूस किया, फिर उसने खुद को हिलाया और मिट्टी पर अपना कदम रखा।

जब भी वह आदमी मिट्टी डालता यानी जब गधे के शरीर पर मिट्टी डाली जाती, तो वह गधा हर बार खुद को हिलाता और अपना कदम मिट्टी के उपर रखता, अंत में, वह जमीनी के स्तर पर पहुंच गया और आसानी से हरी-भरी घास चरने लग गया।

कहानी का सार – अपनी समस्या के साथ जीने के बारे में ना सोचे बल्कि अपनी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करे और उनपर खड़े होकर उनसे सीखकर जीवन में अपने कदम आगे बढ़ाएं। हर बुरा अनुभव हमे एक नई सीख देता है।

पढ़िए, नैतिक कहानिया और उनके सार

ये कुछ प्रेरक कहानिया छात्रों को जीवन के कई पहलुओं पर कड़ी मेहनत करने और सफल होने के लिए मार्गदर्शन करती हैं। इस तरह की कहानियां (Success Story in Hindi for Students) छात्रों को जीवन में नैतिक मूल्यों को बनाए रखने में मदद कर सकती हैं, भले ही जीवन उन्हें कुछ भी प्रदान करे।

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