Joint Family Advantages & Disadvantages: संयुक्त परिवार के लाभ-हानि

Joint Family Advantages in Hindi | संयुक्त परिवार के लाभ और हानि

joint family advantages in hindi

लोगों का एक समूह जो एक दूसरे से संबंधित होता हैं वो किसी घर या मकान में रहता है, जिसे परिवार के नाम से जाना जाता है, परिवार मुख्यत दो तरहा का होता है, एक संयुक्त परिवार और दूसरा एकल परिवार, दोनो के ही अपने-अपने फायदे और नुकसान होते हैं, यहा जानिए, संयुक्त परिवार या जॉइंट फैमली का मतलब क्या है, संयुक्त परिवार के लाभ और हानि और Joint Family Advantages and Disadvantages in Hindi

संयुक्त परिवार क्या होता है? (What is Joint Family in Hindi)

किसी घर में कई पीढ़ी या एक पीढ़ी के लोग रहते है तो वो परिवार कहलाता है ऐसे में यदि किसी घर में एक विस्तारित परिवार रहता है जिसमें आमतौर पर तीन या उससे अधिक पीढ़ियां एक साथ रहती हैं, तो उस परिवार को संयुक्त परिवार या जॉइंट फैमली कहते हैं। आमतौर पर एक संयुक्त परिवार में दादा-दादी, माता-पिता, बेटा-बेटी, बेटा-बहू, पोता-पोती रिश्ते वाले लोग एक छत के नीचे एक ही घर में एक साथ रहते हैं।

संयुक्त परिवार में एक रेखीय वंश समूह के सदस्य अपने जीवनसाथी और संतानों के साथ एक घर में और सदस्यों में से एक के अधिकार के तहत रहते हैं। ऐसा भी कहा जा सकता है कि एक रूढ़िवादी परिवार की इकाई जिसमें पैतृक या मातृ रेखा से संबंधित दो या दो से अधिक पीढ़ियां शामिल होती हैं जिनका सामान्य निवास सामान्य सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक नियमों के अधीन होता हैं।

भारतीय समाज में संयुक्त परिवार को एकता और अखंडता वाला माना जाता है, एक सभ्य परिवार या संयुक्त परिवार से ही एक अच्छा समाज बनता है। आजकल की जीवन शैली ने संयुक्त परिवार को कई एकल परिवार में बाँट दिया है, फिर भी भारत में आज भी कई परिवार ऐसे हैं जिनमे कई पीढ़ी के लोग एक साथ रहते है जिनमे घर के सबसे उम्रदराज व्यक्ति को घर परिवार का मुखिया माना जाता है, एक संयुक्त परिवार के फायदे और नुकसान दोनो ही होते हैं, जिनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। 

संयुक्त परिवार के फायदे (Joint Family Advantages in Hindi)

संयुक्त परिवार के लाभ: एक संयुक्त परिवार लोगों के आपसी संबंधों और बंधन को दर्शाता है। संयुक्त परिवार पले-बढ़े बच्चे माता-पिता और भाई-बहनों के अलावा परिवार के कई सदस्यों के साथ घनिष्ठ संबंध रखते हैं। शायद इसीलिए बढ़ते शहरीकरण और एकल परिवार की प्रवृत्ति के बावजूद भारत में संयुक्त परिवार का सिस्टम अभी भी मजबूत है।

एक संयुक्त परिवार में एकल परिवार की तुलना में अधिक लोग रहते हैं और इसलिए इसके लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं। यहां नीचे कुछ लाभ (joint family advantages) बताए गये हैं जो एक संयुक्त परिवार में रहकर कोई भी व्यक्ति प्राप्त कर सकता हैं।

1. शेयर करना

एक संयुक्त परिवार में व्यक्ति दूसरों को समायोजित करना और उनके पास जो कुछ है उसे साझा करना सीखता है। संयुक्त परिवार में लोग मिलकर काम करते हैं। वे परिवार के बाकी लोगों के साथ खर्च साझा करते हैं। बच्चों को बडो के द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है और साझा करना सिखाया जाता है, जिससे प्रत्येक व्यक्ति कम आत्म-केंद्रित और अधिक उदार बनता है।

2. साझा काम करना

संयुक्त परिवार अक्सर बड़ा ही होता है और एक बड़ा परिवार एक बड़ी टीम की तरह होता है, जहां हर कोई अपनी भूमिका निभाता है। अकेले को सब कुछ अपने आप करने की ज़रूरत नहीं होती है जैसे खाना पकाना, साफ-सफाई करना जैसे घरेलू काम परिवार के सदस्यों द्वारा साझा किए जाते हैं, जिससे एक व्यक्ति पर बोझ कम पड़ता है

एक संयुक्त परिवार में एक साथ बढ़ते हुए, बच्चे काम का विभाजन और टीम वर्क के बारे में सीखते हैं और किसी सामान्य लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करते हैं। लंबे समय तक एक टीम के रूप में एक साथ काम करने से बच्चों को सामाजिक कौशल विकसित करने और टीम वर्क सीखने में मदद मिलती है, जो उनके समग्र व्यक्तित्व विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू साबित होता है।

3. मजबूत भावनात्मक बंधन

संयुक्त परिवार में रहने के प्राथमिक लाभों में से एक है, एक साथ काफ़ी समय बिताने को मिलता है, जिससे परिवार के सभी सदस्यों के बीच संबंध मजबूत होते हैं। एक संयुक्त परिवार में रहने से कम उम्र में ही एकता का मजबूत बंधन बनता है।

4. कम वित्तीय तनाव

संयुक्त परिवार में सदस्यों को वित्तीय खर्चों को समान रूप से साझा करना होता है, हर कमाने वाला सदस्य परिवार के सभी लक्ष्यों में योगदान करता है, जैसे घर का रखरखाव, किराना खर्च, किराया, मासिक बिजली खर्च और पानी का बिल आदि, ताकि एक व्यक्ति को बोझ महसूस न हो। प्रत्येक सदस्य अपने परिवार के लोगों को आर्थिक रूप से हर संभव सहायता प्रदान करने का भरसक प्रयास करता है।

5. पारिवारिक मूल्य

संयुक्त परिवार में बुजुर्ग कुछ सिद्धांतों का पालन करते हैं, बच्चे उनसे जीवन मूल्‍यो को प्राप्त कर सकते हैं और बड़ों के मार्गदर्शन में नैतिकता सीख सकते हैं। यदि कुछ भी पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ होता है, तो परिवार के मूल्यों से कोई समझौता ना हो सके इसके लिए बुजुर्ग इसे तुरंत ठीक कर देते हैं।

6. आपसी समर्थन 

कुछ लोगों के लिए घर सिर्फ एक जगह नहीं है घर परिवार एक भावना है। यह उनका आराम का क्षेत्र होता है, एक संयुक्त परिवार वाला घर ऐसे लोगों से भरा होता है जो आपस में प्यार करते हैं और आपस में समर्थन करते हैं, जिससे जीवन में शक्ति प्रदान होती हैं। विपरीत समय में वित्तीय या भावनात्मक संकट से निपटने के दौरान संयुक्त परिवार में रहना आरामदायक और सहायक साबित हो सकता है।

7. बेहतर सामाजिक कौशल

संयुक्त परिवार में अलग-अलग व्यक्तित्व, पसंद, नापसंद और स्वभाव वाले सदस्य होते हैं, ऐसे परिवार के हर सदस्य के साथ एक जैसा व्यवहार करना संभव नही है, हर व्यक्ति के साथ उनकी शैली के हिसाब से संवाद करने या काम करने के लिए खुद को अनुकूलित किया जा सकता हैं। इससे जीवन और लोगों के प्रति एक अनूठा दृष्टिकोण मिलता है, इस प्रकार व्यक्ति के सामाजिक कौशल में सुधार होता है।

8. व्यावहारिक सबक

हमसे उम्र में बड़े लोगो का जीवन का तजरुबा हमसे ज़्यादा होता है ऐसे में परिवार के बुजुर्ग लोग ज्ञान और बुद्धि के भंडार होते हैं। जब कोई एक संयुक्त परिवार में रहता है, तो उसे बड़ों से अंतर्दृष्टि प्राप्त हो सकती है। ज़्यादा अनुभव, निर्णय और ज्ञान वाले दादा-दादी बच्चो के जीवन को बदलने में उनका मार्गदर्शन कर सकते हैं।

9. परिवार के साथ क्वालिटी टाइम

काम से घर लौटने के बाद सभी लोग एक साथ बैठ कर खाना खा सकते है, एक साथ कोई टीवी प्रोग्राम देख सकते है या अन्य कोई आक्टिविटी कर सकते है, आपस में गप्पे मार सकते है, बातचीत के ज़रिए अपनी बातें साझा कर सकते है, इस प्रकार संयुक्त परिवार में एक क्वालिटी टाइम बिताया जा सकता है।

10. प्यार और बंधन

एक संयुक्त परिवार में रहते हुए बच्चे कभी भी अकेले नहीं होते हैं, जब माता-पिता काम पर जाते हैं तो उनको बच्चो की देखभाल के परेशान नही होना पड़ता है। साथ ही, बच्चे हमेशा सुरक्षित हाथों में होते हैं और प्यार-दुलार से उनकी देखभाल भी की जाती है।

संयुक्त परिवार में अपनी व्यक्तिगत समस्याओ का समाधान अन्य सदस्य की मदद से आसानी से निकाला जा सकता है, बडो का प्यार और साथ हमेशा खुश रहने का कारण बन सकता है।

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संयुक्त परिवार के नुकसान (Joint Family Disadvantages in Hindi)

संयुक्त परिवार की हानि: संयुक्त परिवार के अच्छे फायदो (joint family advantages) के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते हैं। यहां नीचे संयुक्त परिवार में रहने के कुछ नकारात्मक पक्षों की चर्चा की गई है।

1. प्राइवसी की कमी

एक संयुक्त परिवार में प्राइवसी सबसे बड़ी समस्या हो सकती है जैसे नवविवाहित जोड़े को अपने आस-पास के कई लोगों को देखते हुए बात करने के लिए पर्याप्त जगह और समय नहीं मिल सकता है। जो लोग अपनी स्वतंत्रता से प्यार करते हैं, वे इतने सारे नए लोगों के साथ रहने में क्लस्ट्रोफोबिक महसूस कर सकते हैं।

2. व्यक्तिगत प्राथमिकताओ पर असर 

एक संयुक्त परिवार में व्यक्तिगत प्राथमिकताओ के लिए कोई जगह नही होती है, यदि कोई अपने हिसाब से कुछ करना चाहता है तो शायद ही वो अपने पसन्द का कुछ कर पाए।

3. जीवन पर खुद का नियंत्रण नही रहता

संयुक्त परिवार में आमतौर पर परिवार का मुखिया ही हर चीज का प्रभारी होता है। ऐसे में, दूसरों पर निर्भर रहना महसूस होता हैं और ऐसा लग सकता है कि दूसरे ही आपके जीवन को नियंत्रित कर रहे हैं। एक स्वतंत्र व्यक्ति के लिए संयुक्त परिवार में रहना काफ़ी मुश्किल हो सकता है।

4. पेरेंटिंग स्टाइल का मसला

परिवार के बच्चे अपने बड़ों के ज्ञान से ही सीखते हैं, लेकिन पालन-पोषण की शैली में हस्तक्षेप हो सकता है, जैसे – पसंद के भोजन में हस्तक्षेप, बहुत सारी सलाह, क्या करना है और क्या नही आदि।

5. मतभेद

अलग-अलग व्यक्तियों के अलग-अलग विचार परिवार में टकराव का कारण बन सकते है। हर व्यक्ति की अपनी एक राय होती है, परिवार में सभी उससे सहमत हो यह ज़रूरी नही है। यदि किसी के विचार को महत्व नहीं दिया जाए, तो वह व्यक्ति आहत महसूस कर सकता हैं।

6. व्यक्तिगत निर्णयों के लिए कोई वरीयता नहीं

संयुक्त परिवार में किसी के व्यक्तिगत निर्णयों के लिए कोई जगह नहीं होती है। सभी को सामूहिक निर्णय के आधार पर चलना होता है, जिससे अपनी व्यक्तिगत पसंद की कोई वॅल्यू नही होती है।

7. वित्तीय मतभेद

संयुक्त परिवार में, सदस्यों की कमाई की क्षमता को लेकर मतभेद हो सकते हैं क्योंकि हो सकता है कि एक व्यक्ति दूसरे की तुलना में ज़्यादा कमाता हो, ऐसे में जो कम कमाता है वह खर्चों में कम योगदान करेगा, जिससे परिवार में मतभेद हो सकता है।

8. कम आधुनिक दृष्टिकोण

अक्सर संयुक्त परिवार में रूढ़िवादी सोच और आधुनिक दृष्टिकोण दोनो तरह के लोग होते हैं। बुजुर्गों के रूढ़िवादी विचारों और युवा पीढ़ी के आधुनिक परिप्रेक्ष्य के बीच टकराव होना संभव होता है और संयुक्त परिवार में कम उम्र के सदस्यों को अपना दृष्टिकोण व्यक्त करने का बहुत कम मौका मिलता है।

9. हर कोई जिम्मेदार महसूस नहीं करता

संयुक्त परिवार सामूहिक और साझा जिम्मेदारी के आधार पर चलता है। परिवार का एक बेरोजगार व्यक्ति अन्यो पर पारिवारिक खर्चों पर दबाव डाल सकता हैं। यदि कोई सदस्य परिवार के बड़े लक्ष्यों में योगदान करने के लिए पर्याप्त नही होता है तो परिवार के कमाने वाले सदस्य उस पर दबाव बना सकते हैं। इस प्रकार वित्तीय बोझ का स्थानांतरण परिवार में अशांति और संघर्ष पैदा कर सकता है।

10. व्यक्तित्व प्रभावित होता है 

एक संयुक्त परिवार में स्वतंत्र सोच की गुंजाइश बहुत कम हो जाती है क्योंकि संयुक्त परिवार में अक्सर बड़े ही हर बात पर फैसला लेते हैं। जिससे व्यक्ति अपनी वास्तविक क्षमता को इस्तेमाल नही कर सकता है। संयुक्त परिवार में रहना मतलब आपको एडजस्ट करना पड़ता हैं।

खुद के जीवन में अधिक स्वतंत्रता की आवश्यकता और अपनी स्वयं की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग संयुक्त परिवारों से अलग होने की प्रवृत्ति रखते हैं। जिसकी वजह से ही एकल परिवार अस्तित्व में आया है, जॉब के लिए प्रवास और बेहतर जीवन शैली की चाह सहित कई वजहो के कारण ही संयुक्त परिवार बिखरते हैं। 

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