Khejri Tree in Hindi (Uses) - खेजड़ी का पेड़ कैसा होता है और किस काम आता है?

खेजड़ी का पेड़ (Khejri Tree) कैसा होता है और किस काम आता है?

Khejri Tree in Hindi

एक विशेष वृक्ष या पेड़ जो ज़्यादातर शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है, इसकी लकड़ी ईंधन के रूप में काम ली जाती है, और इसके पत्ते चारे के रूप में उपयोग किए जाते हैं। साथ ही, यह पेड़ मिट्टी के पोषक मूल्य को बनाए रखने में मदद करता है। आइए विस्तार से जानते हैं खेजड़ी के पेड़ के बारे में…Khejri Tree Uses in Hindi और Khejri ka ped kaisa hota hai?

Meaning of Khejri Tree in Hindi – खेजड़ी ट्री का क्या मतलब है?

खेजड़ी का पेड़ भारत में राजस्थान राज्य का राज्य वृक्ष है। राजस्थान में इस पेड़ को ‘खेजरी’ या ‘जाँटी’ के नाम से भी जाना जाता है और Khejri Tree का दूसरा नाम ‘गाफ़’ का पेड़ है।

भारत में राजस्थान राज्य का सबसे प्रमुख और ज़्यादा मात्रा में पाए जाने वाला वृक्ष खेजड़ी है जिसे वर्ष 1982-83 में ‘राजस्थान का राज्य वृक्ष’ घोषित किया गया था। भारत में खेजड़ी का पेड़ राजस्थान राज्य के अलावा, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में भी पाया जाता है।

भारत में, इस पेड़ के कई और नाम भी हैं जैसे खिजरो, जाँट या जाँटी, शमी, खार, कांडा, जम्मी, आदि। राजस्थान के क्षेत्र के आधार पर इसका नाम ‘खेजड़ी’ रखा गया है। दुनिया के मध्य पूर्व क्षेत्र में, इसे गाफ़ के नाम से जाना जाता है।

खेजड़ी के पेड़ को अंग्रेजी में प्रोसोपिस सिनेरिया कहा जाता है जो इसका वैज्ञानिक नाम भी है, राजस्थान के इस राजकीय वृक्ष को पश्चिमी यूपी राज्य में छोंकारा के नाम से जाना जाता है, और तेलंगाना राज्य में इसे जम्मी के नाम से जाना जाता है।

वैदिक काल में यज्ञ करने के लिए खेजड़ी की लकड़ी का उपयोग आग जलाने के लिए किया जाता था। साथ ही यह वृक्ष शुष्क क्षेत्रों के सामाजिक और आर्थिक विकास का भी प्रतीक है। इस पेड़ के सभी भाग बहुत उपयोगी होते हैं, इसलिए इसे वंडर ट्री भी कहा जाता है।

खेजड़ी का पेड़ गर्मियों में फलने वाला पेड़ होता है और इसका फल बेलनाकार आकार में होता है जो कई बीज वाली फली होती है और इसकी फली 20 सेमी तक लंबी होती है, खेजड़ी के पेड़ के इस फल को सांगरी कहा जाता है, जो एक तरह की सब्जी है।

अगर आप राजस्थानी खाने के बारे में जानते हैं तो आपने केर सांगरी के बारे में तो सुना ही होगा। केर (करीरा या केरदा) मसालेदार फल होते हैं जिन्हें कपारिस डिकिडुआ के नाम से जाना जाता है और जो एक झाड़ी पर उगते है, और सांगरी राजस्थान में खेजड़ी के पेड़ पर लगती है।

Khejri Tree in Hindi

Khejri ka ped kaisa hota hai – खेजड़ी का पेड़ कैसा होता है?

शुष्क प्रदेशो में पाए जाने वाला ऐसा पेड़ जिसमें सीधे तौर पर भूजल से नमी रहती है, और जिसे बढ़ने के लिए बहुत अधिक पानी की आवश्यकता नहीं पड़ती है।

यह एकमात्र ऐसा पेड़ है जो राजस्थान राज्य के कुल भौगोलिक क्षेत्र के दो-तिहाई हिस्से को कवर करता है। आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से खेजड़ी का काफ़ी महत्व है।

यह पेड़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था का भी अच्छा समर्थन करता है क्योकि इसके सूखे पत्तों का उपयोग जानवरों के चारे के रूप में किया जाता है, और इसके मृत पत्तों को प्राकृतिक खाद के रूप में काम में लिया जाता है।

खेजड़ी का पेड़ एक मध्यम आकार का हरा कांटेदार पेड़ होता है, जिसमें हल्के हरे रंग के छोटे-छोटे पत्ते होते हैं, और साथ ही पतली शाखाएं होती हैं जो शंक्वाकार कांटों से लैस होती हैं। इस सदाबहार पेड़ की पत्तियाँ दोहरे यौगिकों के रूप में होती हैं जो एक साथ एक पतली नस से जुड़ी होती है जिसका अंतिम छोर एक शाखा से जुड़ा रहता है।

यह पेड़ गर्मी के मौसम से पहले ताजा फ्लश पत्ते पैदा करता है, और इसके फूल सफेद या पीले रंग के आकार में बहुत छोटे होते हैं।

Khejri Tree Uses in Hindi – खेजड़ी का पेड़ किस काम आता है?

जिन गांवों और ग्रामीण क्षेत्रों में खेजड़ी के पेड़ बढ़ते है वहां यह बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी पत्तियों का उपयोग मवेशियों को खिलाने के लिए चारे के रूप में किया जाता है क्योंकि खेजड़ी का मात्र एक पेड़ सालाना लगभग 50 किलो चारा प्रदान कर सकता है।

इसके अलावा इसके फली सांगरी का उपयोग करी और अचार जैसे खाद्य व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। सांगरी को सुखाकर बाजार में बड़े मुनाफे में बेचा जा सकता है।

इस पेड़ की शाखाओं को काटने के बाद इसकी पत्तियों को चारे और उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है, जब इसकी पत्तियों को शाखाओं से हटा दिया जाता है, तो इन सूखी शाखाओं का उपयोग आग जलाने में काम आने वाली लकड़ी के रूप में किया जाता है।

यह पेड़ रेगिस्तानी इलाकों में पक्षियों और जानवरों को सुरक्षा और आश्रय भी प्रदान करता है, हम कह सकते हैं कि यह पेड़ कई पक्षियों का घर है।

Benefits of Khejri Tree in Hindi – खेजड़ी ट्री के फायदे क्या है?

खेजड़ी के पेड़ फायदे की बात की जाए तो, इस पेड़ के हर हिस्से का उपयोग किया जा सकता है, जैसे इसकी छाल, इयाकी पत्तिया, इसकी डालिया, इसका फल आदि, सब काम के है, इसके अलावा इसके कुछ लाभ इस प्रकार है, जैसे –

कृमिनाशक, रेफ्रिजरेंट और टॉनिक माने जाने वाले इस पेड़ की छाल का उपयोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए किया जा सकता है जैसे खेजड़ी के पेड़ की छाल अस्थमा, पेचिश, त्वचा विकार, ब्रोंकाइटिस, मांसपेशियों में कंपन, बवासीर, कुष्ठ आदि के इलाज के लिए लाभकारी प्रभाव डालती है।

खेजड़ी के पेड़ का सबसे अधिक लाभ यह है कि इसकी फली का सेवन एक सब्जी की तरह किया जाता है जिसमें कई कार्यात्मक खाद्य गुण होते हैं।

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