मुहावरे का अर्थ वाक्य: Muhavare in Hindi/English

मुहावरे का अर्थ और वाक्य: Muhavare ka arth aur vakya prayog

मुहावरे का अर्थ और वाक्य: Muhavare ka arth aur vakya prayog

मुहावरे हमारी भाषा में एक रूप होते हैं जो शब्दों के व्यापारिक अर्थ के बजाय वाक्यों के महत्वपूर्ण तात्पर्य को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होते हैं। ये एक प्रकार की व्याकरणिक विशेषता हैं जो हमारी भाषा को रंगीन और भावनाओं से भर देते हैं। मुहावरे हमारे साहित्य, वाणिज्यिक और सामाजिक जीवन में गहरा संबंध रखते हैं और वाक्यों को गहराई से समझाने में मदद करते हैं। यहाँ, हम मुहावरों के कुछ उदाहरण देखेंगे और उनके अर्थ समझेंगे, “मुहावरे का अर्थ और वाक्य” प्रयोग

यहां कुछ मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग दिए गए हैं, जैसे –

  1. आलू का चालू, बहुत सारे बीच में डालू।

    • अर्थ: कोई व्यक्ति किसी समस्या या कठिनाई को तब समझ सकता है जब वह उसे अच्छी तरह से समझे और अध्ययन करे।
    • वाक्य: “मुझे प्रोजेक्ट के लिए आलू का चालू करने में समय लगा, लेकिन बाद में मैंने उसकी विशेषताओं को समझा और अच्छा परिणाम प्राप्त किया।”
  2. अँधा क्या चाहे, दो आंखे।

    • अर्थ: कोई व्यक्ति किसी को कुछ भी हो, वह उसे स्वीकार कर लेना चाहिए।
    • वाक्य: “हमारे दोस्त को हमारी मदद की बजाय और अधिक समझदारी की आवश्यकता है। अँधा क्या चाहे, दो आंखे ही तो हैं।”
  3. अपना खाता खुद पर ही चढ़ाना।

    • अर्थ: कोई व्यक्ति किसी के कामों के लिए स्वयं पर ही जिम्मेदार बनना चाहिए और अपने कामों को स्वयं पर ही निर्भर रहना चाहिए।
    • वाक्य: “मैंने कभी भी अपना खाता खुद पर ही चढ़ाया है और अपनी सफलता के लिए हार्दिक प्रयास किए हैं।”
  4. बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद?

    • अर्थ: कोई व्यक्ति किसी चीज की महत्वपूर्णता को समझने में असमर्थ हो सकता है जब वह उसे अनुभव नहीं करता।
    • वाक्य: “मेरे दोस्त को न्यूयॉर्क की यात्रा पर जाने का कोई इंटरेस्ट नहीं था, लेकिन अब उसको अदरक का स्वाद आ गया है।”
  5. अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत?

    • अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ होता है कि किसी व्यक्ति को दुख या नुकसान होने के बाद ही उसकी गलतियों का आदर्श मिलता है।
    • वाक्य: “मैंने अपने पढ़ाई को बहुत लापरवाही से लिया, अब पछताता होत क्या जब मेरे अंक कम हो गए हैं।”
  6. अच्छे दिन आने वाले हैं।

    • अर्थ: इस मुहावरे का अर्थ होता है कि भविष्य में सुखमय दिन आने की उम्मीद होती है।
    • वाक्य: “यदि हम मेहनती रहें, तो अच्छे दिन आने वाले हैं।”
  7. अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना।

    • अर्थ: किसी को अपने ही कार्यों का नुकसान करने का आपराध करना।
    • वाक्य: “उसने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारकर अपने करियर को खत्म कर दिया।”
  8. अन्धों में काना राजा।

    • अर्थ: किसी के आसपास के लोग जो कुछ नहीं देख सकते हैं, वे सबसे बड़े और प्रमुख होते हैं।
    • वाक्य: “वह स्कूल के छात्रों के बीच में अन्धों में काना राजा बन गया है।”
  9. अपना खाता खोलना।

    • अर्थ: किसी समस्या को समझने का प्रयास करना या किसी के सबाब तलाशना।
    • वाक्य: “हमें इस घाव का खाता खोलना होगा ताकि हम इसे ठीक कर सकें।”
  10. अच्छे बच्चे अपने घर पर ख़ुद का राज़ करते हैं।

    • अर्थ: यह मुहावरा इसका मतलब होता है कि सजीवन व्यक्ति के बच्चे अपने घर में स्वतंत्र होते हैं और अपने नियम बना सकते हैं।
    • वाक्य: “मेरे बेटे ने अपने कमरे में ख़ुद का राज़ किया है और वह वहाँ के नियम बनाता है।”
  11. आँखें मूँद लेना।

    • अर्थ: किसी समस्या, कठिनाई, या खतरे के समय उसका सामना करना या उसे नकारने की कोशिश करना। यह मुहावरा अक्सर एक बड़े समस्या या आपत्ति के सामने आने पर उसका सामना करने की साहसी क्रिया को दर्शाता है।
    • वाक्य: “मेरे दोस्तों ने मुझे गिरफ्तार होते देख लिया और आँखें मूँद लीं, लेकिन मैंने उन्हें मेरी मासूमियत साबित करने के लिए सच्चाई बताई।”
  12. अपनी आँखें खोलना।

    • अर्थ: किसी समस्या को समझने का प्रयास करना या किसी चीज को देखने की कोशिश करना।
    • वाक्य: “हमें अपनी आँखें खोलनी चाहिए और यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि क्यों हमारे परिवार के सदस्य इतने चिंतित दिख रहे हैं।”
  13. चोर की दाढ़ी में तिनका।

    • अर्थ: किसी व्यक्ति या स्थिति में अपनी बुराई को छिपाने का प्रयास करना। यह मुहावरा उस व्यक्ति को विशेष रूप से सूचित करता है जो खुद की गलतियों को छिपाने की कोशिश करता है, विशेषतः जब वह अन्य लोगों को उनकी गलतियों की आलोचना करता है।
    • वाक्य: “वह अपने दोस्तों के साथ सोने के बाद उनकी जेबों में से पैसे चुराता था, और फिर उसने चोर की दाढ़ी में तिनका करने के लिए उनकी आलोचना की।”
  14. अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनना।

    • अर्थ: किसी के साथ दोस्ताना या चापलूसी करने का प्रयास करना।
    • वाक्य: “उसने अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बनाकर उससे व्यापार करने की कोशिश की, लेकिन उसका प्लान सफल नहीं हुआ।”
  15. अंधों में काना राजा।

    • अर्थ: कोई व्यक्ति जो अपने समय की एक अच्छी व्यक्ति है, वह किसी गहरी समस्या का समाधान कर सकता है।
    • वाक्य: “मेरे दादी माँ अंधों में काना राजा हैं क्योंकि वे हमें हमेशा अच्छी सलाह देती हैं।”
  16. अफसोस की बात है।

    • अर्थ: किसी स्थिति या परिस्थिति के लिए खेद करना या दुख होने का व्यक्त करना।
    • वाक्य: “वह खो दिया है और हमें इसका अफसोस की बात है कि हमने उसकी मदद नहीं की।”
  17. अफसोस के बादल।

    • अर्थ: कोई गंभीर या दुखद स्थिति की ओर इशारा करता है।
    • वाक्य: “अफसोस के बादल हमारे जीवन में आ गए हैं, और हमें इनका सामना करना होगा।”
  18. अपनी आवाज को सुनना।

    • अर्थ: अपने मन या अंतरात्मा की सुनने की कोशिश करना और अपने भीतर की आवाज को समझना।
    • वाक्य: “जब मैंने अपनी आवाज को सुना, मुझे यह मालूम पड़ा कि मेरे दिल का क्या रुख है।”
  19. अन्धों का राजा, हाथी के बाजू।

    • अर्थ: कोई व्यक्ति जो अपनी अमानवीय शक्तियों के साथ अहंकारी होता है, वह अन्य लोगों के सामने महत्वपूर्ण दिखाने का प्रयास करता है।
    • वाक्य: “वह अन्धों का राजा, हाथी के बाजू बनने का प्रयास कर रहा है, लेकिन उसकी असली शक्तियों का पता उसे खुद को छुपाने के लिए होता है।”
  20. अंगूर खट्टे हैं

    • अर्थ: किसी स्थिति, व्यक्ति या चीज के लिए अच्छा और बुरा दोनों प्रकार के दृष्टिकोण हो सकते हैं। यानी, कुछ चीजें एक ही समय में सुखद और दुखद दोनों हो सकती हैं।
    • वाक्य: “वह फ़िल्म का प्रशंसक है, लेकिन अंगूर खट्टे हैं, उसको कुछ फ़िल्में पसंद आती हैं और कुछ के लिए उसे अच्छा नहीं लगता।”
  21. अपने खरे वक्त पर बात आना।

    • अर्थ: किसी काम को सही समय पर करना या आपत्ति के समय पर उपस्थित होना।
    • वाक्य: “वह हमेशा अपने खरे वक्त पर बात आता है और हमें निम्न संकेतों को समझने की आवश्यकता नहीं होती।”
  22. अपनी उंगली में दरिया देखना।

    • अर्थ: किसी छोटी सी समस्या को बड़ी बात बनाना या अपनी चिंता को अधिक करना।
    • वाक्य: “वह अपनी उंगली में दरिया देख रहा है क्योंकि उसका चिंता करने का तरीका है।”

ये “मुहावरे का अर्थ और वाक्य” हमारी भाषा को विशेषता और गहराई देते हैं और हमारे व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनका उपयोग हम हमारी भाषा को रंगीनता और महत्वपूर्णता देने के लिए कर सकते हैं।

मुहावरे (Muhavare) हमारे भाषा को विविधता से भर देते हैं और हमारे वाक्यों को रंगीन और सार्थक बनाते हैं। इन्हें समझने से हम अपनी भाषा का गहरा ज्ञान प्राप्त करते हैं और साहित्यिक रचनाओं को समझने में मदद मिलती है।

मुहावरों को समझना हमारे भाषा के प्रयोग को और भी रूचिकर बनाता है और हमारे व्याकरणिक कौशल को निखरता है।

Leave a Comment

error: