Graduation ke baad kya kare: कॉलेज के बाद क्या करे?

College Ke Baad Kya kare

छात्रों के लिए कॉलेज ड्यूरेशन एक रोमांचक सफ़र होता है, तीन-चार सालो के अध्ययन के बाद आप करियर चुनने के लिए स्वतंत्र हो जाते हैं। कॉलेज के स्नातकों के पास कई विकल्प उपलब्ध है, कुछ स्नातक अपने करियर को शुरू कर सकते हैं जबकि कुछ उच्च स्तर की पढ़ाई करना चाहते है वो पढ़ाई के नये कोर्स में प्रवेश ले सकते है, इस लेख में आप जानेंगे कि Graduation ke baad kya kare?

ग्रेजुएशन के बाद क्या करें? (College ke baad kya kare)

आप अपने कोर्स की पढ़ाई के हिसाब से मौजूद करियर विकल्पों और अपनी रूचि को ध्यान में रख कर आगे बढ़ सकते है, कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई के बाद वही रास्ता चुनें जो आपके करियर और आपके जुनून दोनों को लाभ पहुँचा सके, कॉलेज से स्नातक होने के बाद क्या किया जाए, इसके लिए नीचे दी गयी सूची पर विचार करे – 

  • उच्च स्तर की पढ़ाई के लिए अपनी शिक्षा जारी रखे
  • रिसर्च सहायक/असिस्टेंट बने
  • एक वर्ष का अंतराल ले सकते है
  • अच्छे करियर की शुरूवात के लिए इंटर्नशिप करे
  • प्रवेश स्तर की नौकरी/जॉब ढूँढ ले
  • स्वयंसेवक अवसरों जैसे वालंटियर ऑपर्चुनिटीस को खोजे
  • शिक्षक बन सकते है
  • ट्यूशन क्लासस खोले
  • अपने ही कॉलेज में जॉब पर लग जाए
  • अपना खुद का व्यापार शुरू करे
  • ऑनलाइन जॉब खोजे
  • सरकारी नौकरी के लिए अप्लाइ करे

स्नातक के बाद कौनसा कोर्स करे? (Graduation Ke Baad Kya Kare)

नए स्नातक उम्मीदवार के लिए भारत में उच्च स्तर की पढ़ाई या पोस्ट ग्रॅजुयेशन के लिए उपलब्ध विकल्प इस प्रकार है –

  1. PGDM Course यानी पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट जैसे फाइनान्स, मार्केटिंग, ऑपरेशन्स, इन्फर्मेशन टेक्नालजी, ह्यूमन रिसोर्सस आदि, पीजीडीएम कोर्स की समय/अवधि 1 वर्ष से 2 वर्ष तक होती है। 
  2. MBA Course यानी मास्टर ऑफ बिज़्नेस आड्मिनिस्ट्रेशन (व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर) इस कोर्स के लिए अच्छे संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए आपको एंट्रेन्स/ प्रवेश परीक्षा जैसे CAT, GMAT पास करनी होती है और यह कोर्स 2 साल का होता है।  
  3. M.Tech यानी मास्टर ऑफ टेक्नालजी (Master of Technology) यदि आपने इंजिनियरिंग (B.Tech) की है तो यह कोर्स कॉर्पोरेट क्षेत्रों में एक उज्ज्वल कैरियर बनाने में सक्षम साबित होता है क्योंकि अच्छे और हाइली क्वालिफाइड इंजीनियर की माँग हमेशा अच्छे संगठनों में बनी रहती है, यह कोर्स 2 साल का होता है।  
  4. MCA यानी मास्टर ऑफ कंप्यूटर अप्लिकेशन्स यदि आपने बेचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लिकेशन्स (BCA) का कोर्स किया है तो आप पोस्ट ग्रॅजुयेशन करने के लिए यह कोर्स कर सकते है जिसकी अवधि 2 साल की होती है, कुछ कॉलेज योग्यता परीक्षा (क्वालिफाइयिंग एग्ज़ॅम) में प्राप्त मेरिट के आधार पर प्रवेश लेते है और कुछ कॉलेज राष्ट्रीय स्तर, संस्थान स्तर या राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा के आधार पर इस कोर्स में प्रवेश लेते हैं।
  5. PGDHM यानी होटल मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation in Hotel Management) जो लोग आतिथ्य उद्योग (Hospitality Industry) में रुचि रखते है उनके लिए यह सही कैरियर विकल्प है, कोई भी स्नातक इस कोर्स में प्रवेश ले सकता है और इस कोर्स की अवधि 1 से 2 वर्ष तक होती है।
  6. PGHRM यानी मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर (Post Graduate in Human Resource Management) इस कोर्स की डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों के पास भर्ती समन्वयक (Recruitment coordinator), मानव संसाधन प्रबंधक (HR Manager), मानव संसाधन सलाहकार (HR Consultant), और वरिष्ठ मानव संसाधन अधिकारी (Senior HR Officer) के रूप में नियोजित होने का एक बेहतर मौका होता है और यह कोर्स 2 साल का होता है।  

रिसर्च असिस्टेंट क्या होता है?

एक रिसर्च असिस्टेंट यानी शोध सहायक जो किसी व्यवसायी को जानकारी व्यवस्थित करने या किसी परियोजना के लिए रिकॉर्ड बनाए रखने में मदद करता है, इनको प्रयोगशालाओं, कानून कार्यालयों, प्रकाशन कंपनियों और महाविद्यालयों या विश्वविद्यालयों जैसे शैक्षणिक वातावरण में काम करने को मिलता है। 

स्नातक के बाद सरकारी नौकरियां कौन-कौन सी हैं?

स्नातक के बाद (Graduation/College Ke Baad) उम्मीदवार सरकारी जॉब के लिए अप्लाइ कर सकता है, भारत में उपलब्ध ग्रेजुएशन के बाद Govt Jobs के विकल्प इस प्रकार है –

  • SSC CGL (Tax Assistant/Audit Officer/Income Tax Inspector/Section officer)
  • SSC CPO (Sub Inspector)
  • SSC JE (Junior Engineer)
  • UPSC CSE (Secretary/अडीशनल मजिस्ट्रेट/divisional commissioner)
  • UPSC CDS (लेफ्टिनेंट)
  • UPSC CAPF (Assistant Commandants/सहायक कमांडर)
  • UPSC IES (कई Engineering Posts)
  • RRB JE (Junior Engineer in Railway)
  • RRB NTPC (Station Master/Goods Guard/Traffic Assistant)
  • DMRC (Railway Job जैसे Section Engineer/General Manager)
  • IBPS PO/Clerk 
  • NABARD (Development Assistant/Manager A Grade/Manager B Grade in Banking)
  • SBI  PO (Probationary Officer)
  • AFCAT (Defense Sector)

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Graduation Ke Baad Kya Kare – स्टूडेंट्स ग्रॅजुयेशन के बाद क्या करें?

यहा बताए गये कुछ विकल्प आपको एक अच्छे मार्गदर्शन का काम करेंगे जिससे आपको एक सुखद भविष्य के लिए सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

1. नयी योजना बनाने के लिए समय निकालें

ग्रेजुएशन के बाद, सोचने और योजना बनाने में कुछ समय बिताना आवश्यक है। अपने अंदर झाँकने के लिए कुछ समय निकालें और विचार करें कि आप क्या पसंद करते हैं और किस फील्ड में आप अच्छे हैं।

अपने सपनों के बारे में सोचें और आप किस चीज को सबसे ज्यादा महत्व देते हैं। अपने आप को बेहतर समझकर आप अपने भविष्य के बारे में बेहतर विकल्प चुन सकते हैं।

एक बार जब आपको यह पता चल जाए कि आप क्या चाहते हैं, तो एक योजना बनाएं। एक समय में एक ही योजना पर काम करने के लिए अपने लक्ष्यों को छोटे चरणों में विभाजित करें। इस तरह, आपके पास अपनी योजना का अनुसरण करने के लिए एक स्पष्ट मार्ग होगा, और आप आगे बढ़ने के लिए छोटे-छोटे कदम उठा सकते हैं।

याद रखें कि नियोजन करना या योजना बनाने का स्टेप आपकी सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपको यह निर्धारित करने में मदद करता है कि आप क्या चाहते है।

2. आगे की पढ़ाई के विकल्पों का अन्वेषण करें

एक उत्कृष्ट विकल्प यह है कि आप अपनी शिक्षा जारी रखें और अपनी रुचियों के बारे में अधिक जानें। मास्टर डिग्री, प्रोफ़ेशनल कोर्स जैसी उच्च शिक्षा प्राप्त करके, आप विशेष ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं जो आपको सबसे अलग बनाएगा और आपके करियर को और अधिक बढ़ावा देगा।

अपने पसंदीदा विषयों में गहराई से जाने की कल्पना करें, एक विशिष्ट क्षेत्र में विशेषज्ञ बनें और अपने लिए नौकरी के रोमांचक अवसरों के द्वार खोलें। एक मास्टर डिग्री आपको इसे हासिल करने में मदद कर सकती है। व्यावसायिक कोर्स आपको व्यावहारिक कौशल भी प्रदान करते हैं जिसको जॉब नियोक्ता काफ़ी महत्व देते हैं।

3. इंटर्नशिप या स्वयंसेवा

किसी भी फील्ड में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने और रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए इंटर्नशिप और स्वयंसेवा महत्वपूर्ण तरीके हैं। इंटर्नशिप उद्योग-विशिष्ट कौशल और मूल्यवान नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करती है।

इंटर्नशिप में भाग लेकर, आपने जो सीखा है उसे वास्तविक दुनिया में लागू कर सकते हैं, अपने चुने हुए क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

दूसरी ओर, स्वेच्छा से हस्तांतरणीय कौशल विकसित करते हुए समाज में योगदान करने का अवसर प्रदान करता है जिसको नियोक्ता अत्यधिक मूल्य रखते हैं। यह आपको अपनी क्षमताओं को बढ़ाते हुए सकारात्मक प्रभाव डालने की अनुमति देता है।

इंटर्नशिप और स्वयंसेवी पदों को खोजने के लिए आप विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का पता लगा सकते हैं और स्थानीय संगठनों से संपर्क कर सकते हैं।

ये प्लेटफ़ॉर्म और संगठन आपकी रुचियों और करियर के लक्ष्यों के अनुरूप कई अवसर प्रदान करते हैं। अपनी आकांक्षाओं के अनुरूप अर्थपूर्ण अनुभव खोजने के लिए इन संसाधनों का उपयोग करें।

4. करियर या जॉब सर्च शुरू करें

यदि आप अपना करियर शुरू करने या नौकरी खोजने के लिए तैयार हैं, तो कुछ आवश्यक बातें याद रखनी चाहिए। सबसे पहले, एक अच्छा रिज्यूमे और कवर लेटर बनाना सुनिश्चित करें जो आपके कौशल और अनुभवों को उजागर करे।

अगला, नौकरी के अवसर खोजने के लिए अलग-अलग तरीके आज़माएं। उन लोगों से बात करें जिन्हें आप जानते हैं जो आपकी रुचि के क्षेत्र में काम करते हैं, और आप जिस प्रकार की नौकरी चाहते हैं, उसके लिए विशिष्ट ऑनलाइन नौकरी वेबसाइटों की भी जाँच करें।

जॉब फैयर और करियर कार्यक्रमों में भाग लेना भी एक अच्छा विकल्प है। ये कार्यक्रम आपको नियोक्ताओं से मिलने और विभिन्न कंपनियों के बारे में अधिक जानने की अनुमति देते हैं। अच्छे से कपड़े पहनें और सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए सवालों के साथ तैयार होकर इंटरव्यू के लिए जाए।

5. उद्यमिता और फ्रीलांसिंग

यदि आपके पास उद्यमशीलता की भावना है या आप अपना बॉस बनना चाहते हैं, तो एक छोटा व्यवसाय शुरू करना या फ्रीलांसिंग एक शानदार करियर विकल्प हो सकता है। यह आपको अपने शौक को पूरा करने और अपने कामकाजी जीवन को नियंत्रित करने की अनुमति देता है। एक उद्यमी या फ्रीलांसर होने के नाते आपको फ्लेक्सिबिलिटी और आपके रास्ते को आकार देने का अवसर मिलता है।

याद रखें, उद्यमिता और फ्रीलांसिंग के लिए समर्पण और कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है, लेकिन वे व्यक्तिगत और पेशेवर पूर्ति की क्षमता प्रदान करते हैं।

व्यवसाय या फ्रीलांसिंग करियर शुरू करने के लिए निम्नलिखित बातो का ध्यान करे, जैसे –

  • अपने लक्षित फील्ड की प्रतिस्पर्धा को समझने के लिए बाजार की रिसर्च करें।
  • संभावित ग्राहकों के साथ एक मजबूत ऑनलाइन उपस्थिति और नेटवर्क बनाएँ।
  • अनुभवी उद्यमियों से सलाह लें, विभिन्न कार्यशालाओं में भाग लें और अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने के लिए उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें।

आप स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद एक रोमांचक चरण में प्रवेश करते हैं इसलिए इसे आत्मविश्वास और उत्साह से अपनाएं, यहा साझा किए गए विचारों (Graduation Ke Baad Kya Kare) व स्टेप्स को एक्सप्लोर करना शुरू करें। कोई ऐसा लक्ष्य या विकल्प चुनें जो आपको सबसे ज्यादा उत्साहित करे।

याद रखें, आपके पास एक पूर्ण भविष्य बनाने की शक्ति है। आगे बढ़ें, पहला कदम उठाएं और अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन यात्रा का अधिकतम लाभ उठाएं। आपको कामयाबी ज़रूर मिलेगी।

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