एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट (Escrow Account Agreement) का उपयोग व्यापक रूप से दुनिया भर में दो पक्षो के सौदे या समझोते से संबंधित लेन-देन की सुरक्षा के लिए, एक सुरक्षा उपाय के रूप में किया जाता है। यह एस्क्रो एग्रीमेंट एक कानूनी दस्तावेज होता है जिसमे उन दोनो पक्षो के बीच नियमों व शर्तों के साथ-साथ दोनो की जिम्मेदारी की रूपरेखा तय होती है। इस पोस्ट में विस्तार से जानेगे एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट क्या है, एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट कैसे काम करता है, एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट कितने प्रकार के होते है और ‘Escrow account agreement format India‘ आदि सब के बारे में –
किसी सौदे में दो पक्ष, एक विक्रेता और एक खरीदार होते है, यदि इन दोनो को एक दूसरे पर भरोसा नही है जैसे विक्रेता सामान की डेलिवरी को लेकर अस्थिर है और खरीदार बिना रसीद के या अन्य कारण से सौदे के भुगतान को लेकर अस्थिर है, तो यहा पर एक रास्ता है एस्क्रो अकाउंट, इसके लिए एस्क्रो एजेंट को नियुक्त किया जाता है जो कि एक तीसरा पक्ष है, यह एस्क्रो एजेंट इन दोनो पक्षो के लिए एक एग्रीमेंट तैयार करता है जिसमे इस सौदे से जुड़े टर्म्ज़ व कंडीशन्स और लेन-देन का पूरा विवरण दोनो पक्षो के सिग्नेचर के साथ लिखित में होता है।
What is an escrow account agreement?
Escrow Account Agreement क्या होता है? आम तौर पर एस्क्रो एग्रीमेंट एक कानूनी दस्तावेज है जिसमे दो पक्षो के बीच नियमों व शर्तों की रूपरेखा लिखित में होती है, एस्क्रो समझौते में एस्क्रो एजेंट किसी अनुबंध की शर्तों को पूरा होने तक भुगतान रिलीस नही करता है और संपत्ति एस्क्रो अकाउंट में रखता है। एस्क्रो एग्रीमेंट्स में एस्क्रो एजेंट की पहचान, एस्क्रो में फंड और एजेंट द्वारा फंड के स्वीकार्य उपयोग के बारे में जानकारी शामिल होती है, एस्क्रो एग्रीमेंट्स आमतौर पर रियल एस्टेट से जुड़े लेनदेन में उपयोग किए जाते हैं।
एस्क्रो खाते में किसी सौदे से जुड़े विशिष्ट संवितरण के लिए धन संचित किया जाता है और इन सबकी जानकारी व सौदे से जुड़े टर्म्ज़ कंडीशन्स का विवरण या सौदे का लिखित सबूत Escrow Account Agreement कहलाता है।
एक विक्रेता एस्क्रो एग्रीमेंट बनाता है ताकि बिक्री से पहले एक संभावित उत्पाद खरीदार वित्त व्यवस्था को सुरक्षित कर सके। किसी भी सौदे जैसे अचल सम्पति से जुड़े लेनदेन के लिए, एस्क्रो एजेंट एक एस्क्रो खाता खोलता है जिसमें धनराशि या कोई भी संपत्ति जो अच्छा मूल्य रखती है, उसे स्टॉक, बांड, बंधक, पेटेंट, चेक सहित जमा की जाती है।
एस्क्रो एग्रीमेंट किसी संपत्ति का एक सुरक्षित प्रतिनिधित्व करने के लिए एक एस्क्रो एजेंट को संपत्ति सौंपकर तब तक सुरक्षा प्रदान करता है जब तक कि प्रत्येक पार्टी अपने दायित्वों को पूरा नहीं का लेती है।
How does an escrow account agreement work?
एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट कैसे काम करता है? एस्क्रो समझौते में, एक पक्ष एक जमाकर्ता होता है जो अनुबंध पूरा होने तक एस्क्रो अकाउंट में धन या संपत्ति जमा करता है और एक बार जब अनुबंध की शर्तें पूरी हो जाती हैं तो एस्क्रो एजेंट एस्क्रो अकाउंट से लाभार्थी को भुगतान करता है।
एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट का उपयोग आमतौर पर किसी अचल संपत्ति या ऑनलाइन बिक्री से जुड़े विभिन्न वित्तीय लेनदेन में किया जाता है। एस्क्रो एग्रीमेंट में सौदे में शामिल सभी पक्षों के बीच की स्थितियों को पूरी तरह से रेखांकित किया जाता है। सौदे में शामिल पार्टियों के सभी दायित्वों के पूरा हो जाने के बाद पैसो व माल के लेनदेन को सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से किया जाता है।
Which kind of information does include in an escrow agreement?
एस्क्रो अकाउंट एग्रीमेंट में आम तौर पर जानकारी शामिल होती है जैसे कि नियुक्त किए गये एस्क्रो एजेंट की पहचान, समझौते के लिए ज़रूरी जानकारी, एस्क्रो फंड और इन फंडों की रिहाई के लिए विस्तृत शर्तें, एस्क्रो एजेंट द्वारा एस्क्रो फंड का स्वीकार्य उपयोग, एस्क्रौ एजेंट के कर्तव्यों और देनदारियों, एस्क्रो एजेंट की फीस और खर्च, कानूनी कार्रवाई की स्थिति में क्षेत्राधिकार आदि सब।
What are the types of escrow account agreements?
रियल एस्टेट एस्क्रो एग्रीमेंट्स हर किसी देश के कन्स्ट्रक्षन बिज़्नेस में आम दस्तावेज़ होता है जो कि एस्क्रो एजेंट की मदद से बनवाया जाता है अमेरिका में टाइटल एजेंट, सिविल क़ानून वाले देशों में नोटरी, और दुनिया के अन्य हिस्सों में वकील नियमित रूप से एस्क्रौ एजेंट के रूप में एस्क्रो एग्रीमेंट्स बनाने का काम करते हैं।
स्टॉक एस्क्रो एग्रीमेंट्स, प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के संदर्भ में या फिर जब स्टॉक विकल्प योजनाओं के तहत कर्मचारियों को दिए जाते है तब स्टॉक्स आम तौर पर एस्क्रो अग्रीमेंट्स का विषय होते हैं क्योंकि स्टॉक्स के मालिकों द्वारा स्वतंत्र रूप से ट्रेडिंग किए जाने से पहले इनको पास करने की एक न्यूनतम समय सीमा है।
व्यापार एस्क्रो एग्रीमेंट्स, सौदा करने से पहले, विक्रेता को आश्वस्त करते हुए खरीदार अपने संभावित अधिग्रहण पर उचित प्रदर्शन जैसे प्रॉडक्ट का निरीक्षण, कर सकता है। किसी सामान का सौदा करते समय, एस्क्रो एजेंट खरीद मूल्य पर भुगतान करवाता है, यदि एस्क्रो एग्रीमेंट में निर्धारित शर्तों को पूरा नहीं किया जाता है या सौदा पूरा नही हो पाता है तो एस्क्रो एजेंट खरीदार को पैसा वापस कर सकता है।
Escrow account agreement format India
भारत में एस्क्रो अकाउंट अग्रीमेंट के प्रारूप में एस्क्रो एजेंट को कुछ जानकारियो का विवरण देना होता है, सौदे से जुड़ी कुछ शर्ते होती है जिनको विक्रेता व खरीदार को पूरी करनी होती है और एक पूरा प्रोसीजर होता है जिसके हिसाब से एस्क्रो एजेंट काम करता है।
आपसी करार और सौदे में निहित समझौतों पर विचार करने के बाद Escrow Account Agreement Format के अनुसार एस्क्रो एजेंट को नियुक्त करना होता है जो Escrow Account Agreement Format में निहित बाकी के प्रोसीजर पर काम करता है।
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